विकास कार्यों में लापरवाही पर दंडित होंगे अफसर: डीएम
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि विकास कार्यों में धीमी रफ्तार व लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रत्येक अधिकारी विकास कार्यों में सावधानी के साथ ही गुणवत्ता का भी पूरा ख्याल रखे। शासन की मंशा के अनुसार ही कार्य करें। इसमें हीला हवाली पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
शामली, जेएनएन। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि विकास कार्यों में धीमी रफ्तार व लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रत्येक अधिकारी विकास कार्यों में सावधानी के साथ ही गुणवत्ता का भी पूरा ख्याल रखे। शासन की मंशा के अनुसार ही कार्य करें। इसमें हीला हवाली पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बुधवार को डीएम अखिलेश सिंह ने कलक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। इसमें उन्होंने मासिक समीक्षा बैठक में लिए निर्णयों का अनुपालन न करने वाले अधिकारियों को चिह्नित कर दंडित करने की चेतावनी दी। डीएम ने कहा कि जिन विभागों द्वारा परियोजनाओं को पूरा नहीं किया जाएगा, ऐसे विभागों को चिह्ति कर सख्त कार्रवाई की जाए। कुपोषण दूर करने के लिए चल रहे अभियान में भी पूरे मनोयोग से कार्य किया जाए। डीएम ने सीएमओ को निर्देश दिए कि गायब रहने वाले चिकित्सकों पर कार्रवाई करें। इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि निरंतर निरीक्षण किया जा रहा है और निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित दो चिकित्सकों पर कार्रवाई की गई है। जिलाधिकारी ने बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए की ऐसे गांव में छह माह से पांच वर्ष तक का कोई बच्चा डब्ल्यूएचओ ग्रोथ चार्ट के अनुसार लाल श्रेणी में न हो। इसके लिए उनके खान-पान पर ध्यान रखने के लिए परिजनों के बीच जागरूकता लाई जाए। कहा कि जिन विभागों का लक्ष्य के सापेक्ष कार्य पूर्ण नहीं है, ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारी ने बताया कि यूनिफॉर्म वितरण 100 फीसद हो चुका है। इस दौरान डीएम ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि अस्थाई गोशालाओं में पशुओं को सर्दी से बचाव के लिए मोटा तिरपाल लगाया जाए। इस अवसर पर सीडीओ शंभूनाथ तिवारी, सीएमओ डा संजय भटनागर, परियोजना निदेशक ज्ञानेश्वर तिवारी, जिला विकास अधिकारी प्रमोद कुमार, कृषि उप निदेशक शिव कुमार केसरी आदि मौजूद रहे।