मास्क बनाकर मुफ्त बांट रहा है दिव्यांग युवक
देश में फैले कोरोना वायरस पर लोग अभी भी पूरी तरह से जागृत नहीं है। पुलिस सतर्कता के चलते लोग फिर भी अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। वही जनपद शामली के एक छोटे से गांव में का रहने वाला एक दिव्यांग युवक समाज के सामने नजीर बन कर सामने आया है जो एक पैर से दिव्यांग है और देश में फैल रही कोरोना वायरस महामारी के लिए यह दिव्यांग युवक मास्क बना कर फ्री में बांट रहा है।
शामली, जेएनएन। देश में फैले कोरोना वायरस पर लोग अभी भी पूरी तरह से जागृत नहीं है। पुलिस सतर्कता के चलते लोग फिर भी अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। वही जनपद शामली के एक छोटे से गांव में का रहने वाला एक दिव्यांग युवक समाज के सामने नजीर बन कर सामने आया है जो एक पैर से दिव्यांग है और देश में फैल रही कोरोना वायरस महामारी के लिए यह दिव्यांग युवक मास्क बना कर फ्री में बांट रहा है।
दिव्यांग अब्दुल हमीद निवासी बंतीखेड़ा सिलाई का काम करता है। यही उसके परिवार की रोजी रोटी का जरिया है। दिव्यांग अपने हाथों से मास्क बनाकर अपने गांव में मुफ्त में बांट रहा है। भयंकर महामारी के समय मास्क बांटकर गरीब असहाय लोगों का वह सहयोग कर रहा है। दिव्यांग उन लोगों के लिए एक सबक पेश कर रहा है जो लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। हमीद एक पैर से दिव्यांग है। दुकाने बंद होने पर अब वह घर पर रहकर खुद ही मास्क तैयार कर रहा है। फिर इन्हें पड़ोस में बांट रहा है। अब तक वह चार सौ से ज्यादा मास्क बनाकर बच्चों व बुजुर्गों में बांट चुका है। मास्क बनाकर मुफ्त में बाटने वाले दिव्यांग अब्दुल का कहना है कि वह मास्क इसलिए बना रहा है कि कोई इस बीमारी का शिकार ना हो। हर कोई इस बीमारी से बच सकता है यदि वह स्वयं का ध्यान रखे और एहतियात बरते।