गर्मी में डायरिया, डिहाइड्रेशन होने का खतरा
गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। उमस भी काफी अधिक है और लू भी चलने लगी हैं। यह मौसम सेहत को बिगाड़ सकता है। इसलिए खानपान पर ध्यान देने के साथ कुछ सावधानियां भी बरतें।
शामली, जागरण टीम। गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। उमस भी काफी अधिक है और लू भी चलने लगी हैं। यह मौसम सेहत को बिगाड़ सकता है। इसलिए खानपान पर ध्यान देने के साथ कुछ सावधानियां भी बरतें।
चिकित्सक डा. पंकज गर्ग ने बताया कि गर्मी में डायरिया, डिहाइड्रेशन होने का खतरा रहता है। ऐसे में सावधानी बरतें और खानपान पर ध्यान दें। घर से बाहर जाने से पहले कम से कम एक गिलास पानी पीएं। साथ में बोतल में पानी रखें और थोड़ी-थोड़ी देर बाद पीते रहें। सिर को सूती कपड़े या टोपी से ढककर रखें। कोशिश करें कि दोपहर के वक्त घर से बाहर न निकलें, क्योंकि धूप तेज होती है। अगर बाहर जाना पड़ रहा है तो छाता लेकर जाएं। तरल पदार्थो में मट्ठा, नारियल पानी, जूस, पानी का सेवन करें। हल्का एवं ताजा खाना ही खाएं।
गर्मी के मौसम में टाइफाइड का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि प्यास लगने पर हम इधर-उधर पानी पीते हैं। दूषित पानी पीने से ही टाइफाइड बुखार होता है। मसालेदार और तला-भुला न खाएं। कटे-फटे फलों का सेवन भी न करें। पानी को उबालकर ही पीएं। मच्छरों से भी बचाव करें। यदि एसी में रहते हैं तो अचानक से बाहर न जाएं। बाहर निकलने से पहले एसी को बंद कर दें, जिससे तापमान थोड़ा सामान्य हो जाए। पसीने में न तो नहाएं और न ही मुंह धोएं। साथ ही एकदम से पानी भी न पीएं। धनिया-पुदीने की चटनी का करें सेवन
आयुर्वेदिक चिकित्सक डा. राज तायल ने बताया कि गर्मी में काफी पसीना निकलता है और शरीर में सोडियम क्लोराइड यानी नमक की कमी हो जाती है। इससे शरीर में कमजोर आती है। नींबू, चीनी, नमक से बनी शिकंजी का सेवन करना लाभदायक है। बेल फल का सेवन भी फायदेमंद है। पाचन तंत्र ठीक रहता है। धनिया-पुदीने की चटनी का सेवन भी बेहतर है। फ्रीज की ठंडी चीजों का सेवन न करें। मटके का पानी पीएं।