मासूम देवांशी को मिली मां की गोद, पिता का दुलार
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर : तेरह दिन पहले शिव चौक पर मिली सीतापुर जिले की मासूम बच्ची देवांश्
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर : तेरह दिन पहले शिव चौक पर मिली सीतापुर जिले की मासूम बच्ची देवांशी को आखिर मां की गोद भी मिल गई और पिता का दुलार भी। मेरठ मेडिकल में इलाज पूर्ण होने के बाद सोमवार को बाल कल्याण समिति ने आवश्यक लिखा-पढ़ी के बाद बच्ची को उसके पिता के सुपुर्द कर दिया।
ये था मामला
एक जनवरी की रात में शहर के शिव चौक पर एक महिला अपनी बच्ची को लेकर टहलती दिखी थी। महिला की मानसिक हालत स्वस्थ नहीं दिखने पर लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने महिला और बच्ची को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था। यहां से महिला लापता हो गई थी। बच्ची को गंभीर हालत में एक सप्ताह पूर्व मेरठ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया था।
पत्नी को ले गए थे, बच्ची थी अस्वस्थ
दो दिन पहले जनपद सीतापुर के थाना पिशाना के नादन गांव से रमाकांत पुत्र जयकरण शहर पहुंचे। रमाकांत ने बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कमलेश वर्मा के समक्ष पेश होकर बच्ची देवांशी को अपनी बेटी और महिला काजल को पत्नी बताया। तब पुलिस की मदद से काजल को तलाशा गया। काजल को तो रमाकांत उसी समय गांव ले गए थे लेकिन बच्ची मेडिकल में उपचाराधीन थी।
ट्रेन से मुजफ्फरनगर पहुंची थी महिला
सोमवार को फिर रमाकांत समिति कार्यालय पहुंचे और बच्ची को देने का आग्रह किया। रमाकांत के अनुसार पत्नी काजल की मानसिक हालत ठीक नहीं थी, जिससे वह ट्रेन में सवार होकर यहां पहुंच गई थी। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कमलेश वर्मा ने आवश्यक लिखा-पढ़ी के साथ पिता के बारे में भी जांच-पड़ताल की। इसके बाद समाजसेवियों की मौजूदगी में बच्ची को पिता रमाकांत के सुपुर्द कर दिया। इस दौरान समाजसेवी बीना शर्मा, बाल कल्याण समिति के राजीव कुमार बंसल व संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।