जलालाबाद में पांव पसार रहा डेंगू, लगातार बढ़ रहे हैं मरीज
जलालाबाद (शामली): कस्बे में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है, लेकिन स्वास्थ्य महकमा अंजान बना बैठा
जलालाबाद (शामली): कस्बे में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है, लेकिन स्वास्थ्य महकमा अंजान बना बैठा है। जांच में एक बच्चे को डेंगू होने की पुष्टि हुई है और उसे हायर सेंटर मेरठ रेफर किया गया है, जबकि कुछ दिन पहले ही एक ही परिवार की दो महिलाओ को डेंगू हुआ था, जिनका हरियाणा के एक निजी अस्पताल में उपचार हुआ। स्वास्थ्य विभाग और नगर पंचायत की ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए कोई कदम न उठाए जाने से लोगों में आक्रोश है।
जलालाबाद के मोहल्ला गंगा आर्यनगर निवासी हर्षित गर्ग पुत्र देवेन्द्र गर्ग को तीन दिन पूर्व बुखार आने पर शामली के एक निजी चिकित्सक में दिखाया गया था। डॉक्टर ने जांच कराई तो उसमें डेंगू की पुष्टि हुई। मंगलवार रात हर्षित की तबियत बिगड़ी तो उसे मेरठ रेफर कर दिया। यहां एक अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है। वहीं, डेंगू से बचाव के लिए नगर पंचायत ने कुछ दिन पहले फॉ¨गग कराना शुरू किया था। लेकिन, यह बीच में ही बंद कर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी कोई कदम नहीं उठाए गए। इसी का नतीजा है कि डेंगू के केस लगातार सामने आ रहे हैं। साथ ही सरकारी अस्पताल में डेंगू की जांच की कोई सुविधा नहंी है और विशेषज्ञ डॉक्टर भी नहीं है। जो डॉक्टर हैं भी वह भी अक्सर नदारद मिलते हैं। सभासद राजेश सैनी, रीटा सैनी, नाजिम मलिक, निन्ना पहलवान आदि का कहना है कि डॉक्टर के स्थान पर वार्ड ब्वाय और फार्मेसिस्ट मरीजों को देखते हैं। ऐसी स्थिति में ज्यादातर लोग झोलाछाप के चंगुल में फंस जाते हैं। कई बार सीएमओ से कैंप लगाने की मांग भी की जा चुकी है।
वही, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनय कुमार का कहना है कि जलालाबाद टीम भेजी जाएगी। एंटी लार्वा का छिड़काव करने के साथ बुखार से ग्रस्त मरीजों की रक्त पट्टियां भी बनाई जाएगी।