दलित-पिछड़ों को हुआ सर्वाधिक नुकसान : सैनी
मिशन 2022 की सफलता के लिए समाजवादी पार्टी ने जातिगत समीकरण को साधने की क़वायद शुरू की है। बसपा छोड़कर हाल ही में समाजवादी पार्टी में सम्मिलित हुए पूर्व मंत्री व राज्यसभा सांसद राजपाल सैनी थानाभवन में सैनी समाज के प्रमुख लोगों के साथ प्रोफेसर सुधीर पंवार के आवास पर पहुंचे।
शामली, जागरण टीम। मिशन 2022 की सफलता के लिए समाजवादी पार्टी ने जातिगत समीकरण को साधने की क़वायद शुरू की है। बसपा छोड़कर हाल ही में समाजवादी पार्टी में सम्मिलित हुए पूर्व मंत्री व राज्यसभा सांसद राजपाल सैनी थानाभवन में सैनी समाज के प्रमुख लोगों के साथ प्रोफेसर सुधीर पंवार के आवास पर पहुंचे। यहां भाजपा से नाराज पिछड़े समाज को सपा से जोड़ने की रणनीति बनाई।
गांव भैंसवाल में पूर्व मंत्री राजपाल सैनी ने कहा कि भाजपा की किसान विरोधी नीतियों से सबसे अधिक नुक़सान खेती से जीविका चलाने वाले उसी पिछड़े वर्ग को हुआ है, जिसने भाजपा को सत्ता तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आज केवल अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी ही किसान एवं पिछड़ा विरोधी भाजपा को हरा सकती है। उन्होंने कहा कि पिछड़ी जाति को शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मेरठ समेत विभिन्न जनपदों में सपा में शामिल किया जा रहा है। शामली में भी बड़ी संख्या में भाजपा से नाराज लोग सपा ज्वाइन करेंगे, क्योंकि भाजपा सरकार में पिछड़ों, दलितों को कोई तवज्जों नहीं दी जा रही है। उल्टा उनका शोषण व उत्पीड़न चरम पर है। प्रोफेसर सुधीर पंवार ने कहा कि राजपाल सैनी के पार्टी में आने से पार्टी को थानाभवन विधानसभा समेत सैनी बहुल विधानसभा क्षेत्रों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी बड़ा लाभ होगा। उन्होंने कहा कि धर्मवीर निर्वाल अध्यक्ष जाट सभा शामली एवं निर्वाल खाप के साथ मांगेराम पूर्व प्रधान सिलावर उदेश देशवाल, राहुल चौधरी, नीटू पीरखेड़ा समेत जाट समाज के महत्वपूर्ण व्यक्तियों के जुड़ने से समाजवादी पार्टी की ताकत शामली जिले में बढ़ना निश्चित है। इसके साथ ही हर वर्ग का साथ सपा को मिल रहा है।