शामली में सुपुर्द-ए-खाक हुए हजरत मौलाना, उमड़ा जनसैलाब
प्रसिद्ध मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मौलाना इफ्तखारुल हसन को सोमवार सुबह सुपुर्द-ए-खाक किया गया है। इस दौरान उनकी मगफिरत के लिए दुआ की गईं।
By Ashu SinghEdited By: Published: Mon, 03 Jun 2019 12:26 PM (IST)Updated: Mon, 03 Jun 2019 12:26 PM (IST)
शामली,जेएनएन। प्रसिद्ध मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मौलाना इफ्तखारुल हसन को सोमवार सुबह सुपुर्द-ए-खाक किया गया है। अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ा और शामली के अलावा मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर,बागपत, गाजियाबाद,दिल्ली आदि शहरों से उनके अनुयायी पहुंचे। उनकी मगफिरत के लिए दुआ की गईं।
बड़ी संख्या में मुरीद आवास पहुंचे
कांधला में प्रसिद्ध मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मौलाना इफ्तखारुल हसन का लंबी बीमारी के बाद रविवार शाम इंतकाल हो गया था। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में उनके मुरीद आवास पर पहुंच गए थे। भीड़ के चलते पुलिस को रूट डायवर्ट करना पड़ा था। हजरत मौलाना के अनुयायी भारत के अलावा भी अन्य कई देशों में हैं।
ईदगाह में उमड़ी भारी भीड़
हजरत मौलाना का इस्लामिक धर्मगुरु होने के नाते देश में सर्वोच्च स्थान रहा है। उन्होंने धर्म के प्रचार प्रसार के साथ देश मे कौमी एकता को भी बढ़ावा दिया। हजरत मौलाना ने हमेशा दोनों समुदाय के लोगों को प्रेम सौहार्द के साथ जीने-मरने की शिक्षा दी। सोमवार सुबह कस्बा स्थित ईदगाह में हजरत निजामुद्दीन दिल्ली के मोहतमीम ने जनाजा-ए-नमाज अदा कराई और भीड़ का आलम ये रहा कि ईदगाह में तिल रखने की भी जगह नहीं बची थी।
ये लोग हुए शामिल
ईदगाह के बाहर भी जनसैलाब था। मुख्य रूप से पूर्व सांसद मेरठ शाहिद अखलाक, पूर्व काबीना मंत्री शाहिद मंजूर, विश्व के अमीर-ए-जमात मौलाना साद, विधायक तेजेंद्र निर्वाल, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद, पूर्व विधायक राव वारिस अंतिम यात्रा में शामिल हुए। देर शाम तक राजनीति जगत के कई दिग्गजों के हजरत मौलाना के आवास पर आने की बात कही जा रही है
बड़ी संख्या में मुरीद आवास पहुंचे
कांधला में प्रसिद्ध मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मौलाना इफ्तखारुल हसन का लंबी बीमारी के बाद रविवार शाम इंतकाल हो गया था। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में उनके मुरीद आवास पर पहुंच गए थे। भीड़ के चलते पुलिस को रूट डायवर्ट करना पड़ा था। हजरत मौलाना के अनुयायी भारत के अलावा भी अन्य कई देशों में हैं।
ईदगाह में उमड़ी भारी भीड़
हजरत मौलाना का इस्लामिक धर्मगुरु होने के नाते देश में सर्वोच्च स्थान रहा है। उन्होंने धर्म के प्रचार प्रसार के साथ देश मे कौमी एकता को भी बढ़ावा दिया। हजरत मौलाना ने हमेशा दोनों समुदाय के लोगों को प्रेम सौहार्द के साथ जीने-मरने की शिक्षा दी। सोमवार सुबह कस्बा स्थित ईदगाह में हजरत निजामुद्दीन दिल्ली के मोहतमीम ने जनाजा-ए-नमाज अदा कराई और भीड़ का आलम ये रहा कि ईदगाह में तिल रखने की भी जगह नहीं बची थी।
ये लोग हुए शामिल
ईदगाह के बाहर भी जनसैलाब था। मुख्य रूप से पूर्व सांसद मेरठ शाहिद अखलाक, पूर्व काबीना मंत्री शाहिद मंजूर, विश्व के अमीर-ए-जमात मौलाना साद, विधायक तेजेंद्र निर्वाल, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद, पूर्व विधायक राव वारिस अंतिम यात्रा में शामिल हुए। देर शाम तक राजनीति जगत के कई दिग्गजों के हजरत मौलाना के आवास पर आने की बात कही जा रही है
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें