कोरोना कर्फ्यू की भेंट चढ़ गया सड़क चौड़ीकरण कार्य
वर्षो बाद बिड़ौली मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया गया था लेकिन कोरोना व लाकडाउन की भेंट चढ़ा यह कार्य अधर में लटक गया है। सड़क का निर्माण कार्य बीच में ही होने के कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
शामली, जागरण टीम। वर्षो बाद बिड़ौली मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन कोरोना व लाकडाउन की भेंट चढ़ा यह कार्य अधर में लटक गया है। सड़क का निर्माण कार्य बीच में ही होने के कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई साल के बाद इस मार्ग का निर्माण चौड़ीकरण कार्य एसडीएम मणि अरोरा के प्रयासों के चलते शासन स्तर से स्वीकृत हुआ था, लेकिन बीच में अटकने से फिर से हालात विकट हो रहे है। ग्रामीणों ने डीएम से प्रकरण में संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग उठाई है।
जिले के चौसाना के बिडोली से खोडसमा तक का मार्ग वर्षों से चौड़ीकरण की बांट जोह रहा है। पिछले वर्ष सितंबर से नवंबर माह तक मार्ग चौड़ीकरण को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणो ने कई बार धरना प्रदर्शन किए। नवंबर माह मे यमुना खादर समिति के तत्वावधान मे कांग्रेस ने अनशन भी किया था। इसके बाद उप जिलाधिकारी ऊन मणि अरोड़ा के प्रयासों से बिड़ौली से खोडसमा तक साढ़े पांच किलोमीटर व चौसाना मे 600 मीटर मार्ग के चौड़ीकरण की स्वीकृति शासन स्तर से हो गई थी। कुल मार्ग की दूरी 6.01 किमी है। करीब आठ करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया था। इसमे सात करोड़ रुपए से आधिक धनराशि की स्वीकृति हो गई। मार्च माह के अंत मे मार्ग पर चौड़ीकरण का कार्य भी शुरू हो गया था।लेकिन अप्रैल मे कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के तेजी से फैलने के चलते चौड़ीकरण का कार्य फिर से रुक गया। हरियाणा राज्य को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग होने के चलते ऐसे में वहां से गुजरने वाले राहगीरों को भारी असुविधा हो रही है। वहीं किसानों को अपनी फसलों को लेकर आने जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण कई मर्तबा मार्ग का कार्य पूरा कराने की मांग करते रहे है, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला ही रहा है। ग्रामीणों ने डीएम जसजीत कौर से मांग की है कि इस मार्ग का चोड़ीकरण का कार्य तेजी से कराया जाए, ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके।