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मौसम में बदलाव से बीमारियों में होने लगा इजाफा

शामली जेएनएन। मौसम में बदलाव के कारण वायरल और डायरिया का प्रकोप बढ़ रहा है। जिस कार

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 11:14 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 06:04 AM (IST)
मौसम में बदलाव से बीमारियों में होने लगा इजाफा
मौसम में बदलाव से बीमारियों में होने लगा इजाफा

शामली, जेएनएन। मौसम में बदलाव के कारण वायरल और डायरिया का प्रकोप बढ़ रहा है। जिस कारण अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। बच्चों से लेकर बड़े तक वायरल का शिकार हो रहे हैं।

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फरवरी माह से मौसम में बदलाव शुरू हो जाता है, जो मार्च माह के अंत तक सामान्य स्थिर हो पाता है। इस बार मौसम का मिजाज बार-बार बदल रहा है। फरवरी से मार्च के बीच कभी बारिश हुई, तो कभी गर्मी और कभी तापमान में तेजी से गिरावट आने से मौसम ठंडा होता रहा है। स्थिति ये है कि अप्रैल माह शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक मौसम साफ स्थिर नहीं हो पाया है। तापमान सर्द-गर्म चलने से मौसम में आए दिन होने वाले बदलाव से वायरल का संक्रमण बढ़ रहा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्दी, जुकाम के साथ वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमें बच्चों की संख्या अधिक है। चिकित्सकों के मुताबिक वायरल बुखार के केस अधिक आ रहे है। निजी अस्पतालों में वायरल बुखार और डायरिया से पीड़ित बच्चों को भर्ती भी करना पड़ रहा है। शहर के बाल रोग विशेषज्ञ डा. वेदभानु मलिक ने बताया कि उनके यहां काफी संख्या में बच्चे वायरल व डायरिया से पीड़ित पहुंच रहे है। इसी तरह अन्य अस्पतालों में भी यह स्थिति बनी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामली के चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश चंद्रा का कहना है कि बदलते मौसम में वायरल का संक्रमण होता है। ऐसे मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए। सीएचसी में फिलहाल 50 से 80 तक रोजाना वायरल के मरीज पहुंच रहे है।

तीन से पांच दिन तक रहता प्रकोप

चिकित्सकों के अनुसार वायरल का संक्रमण होने पर यह शरीर की आंतरिक प्रतिरोधक क्षमता कम कर देता है। सामान्यतया वायरल का प्रकोप तीन से पांच दिन तक रहता है। यदि स्वच्छता के साथ खानपान में सावधानी बरती जाए तो यह खुद ब खुद भी ठीक भी हो जाता है, लेकिन इसके बाद भी मरीज को समय रहते चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। वायरल बुखार के लक्षण

- गले में दर्द होना।

- खांसी होना।

- सिर दर्द के साथ थकान होना।

- जोड़ों में दर्द उल्टी और दस्त होना।

- आंखों का लाल होना।

- माथे का बहुत तेज गर्म होना। बचाव एवं सावधानियां

- फ्रिज में रखी ठंडी चीजों का सेवन न करें।

- कोल्ड ड्रिक्स और आइसक्रीम न खाएं।

- शरीर और कपड़ों की स्वच्छता पर ध्यान रखें।

- ताजा बना हुए भोजन खाएं।

- तरल पदार्थ का अधिक सेवन करें।

- भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचे।

- खांसी या बुखार से पीड़ित मरीज मुंह पर कपड़ा रखें, ताकि संक्रमण न फैले खान-पान में बरते सावधानी: तोमर

शहर वरिष्ठ फिजिशियन डा. रविद्र तोमर ने बताया कि मौसम में जब बदलाव होता है तो यह समय वायरस एवं बैक्टिरिया के लिए अनुकूल होता है। हम खान-पान में थोड़ी लापरवाही करते हैं और फिर इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। यदि बार-बार दस्त हो रहे हैं तो इसे सामान्य न समझें और चिकित्सक से संपर्क करें। चिकित्सक की सलाह के बगैर किसी दवा का सेवन न करें। गलत दवा रिएक्शन कर सकती है। इसके साथ ही सांस लेने में तकलीफ के मामले में आ रहे है। इस मौसम में बच्चों का रखे विशेष ख्याल: मलिक

शहर के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. वेदभानु मलिक ने बताया वायरल के साथ ही डायरिया बड़ों के साथ बच्चों को भी चपेट में ले रहा है। बदलते मौसम में बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। बच्चों को वायरल या डायरिया की शिकायत हो तो तुरंत ही चिकित्सक से मिलकर उसका उपचार कराए। बच्चों के मामलों में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है।


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