बारुद के ढेर पर मौत का झपट्टा
बारुद के ढ़ेर पर बैठे लोगों को नही पता था कि कुछ मिनटों के बाद मौत उनको अपने आगोश में ले लेगी। तेज धमाके के साथ मिनटों में पांच जिदगी स्वाहा हो गई।
शामली, जेएनएन। बारुद के ढ़ेर पर बैठे लोगों को नही पता था कि कुछ मिनटों के बाद मौत उनको अपने आगोश में ले लेगी। तेज धमाके के साथ मिनटों में पांच जिदगी स्वाहा हो गई। धमाका इतनी तेज हुआ कि आसपास के लोग सहम गए। घटना की खबर लगते ही लोग घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़े।
कांधला स्थित पटाखा फैक्ट्री में पटाखा बनाने का कार्य चल रहा था। बारुद के ढ़ेर पर बैठकर अपनी रोजी रोटी कमा रहे लोगों को यह नहीं पता था कि अगले पल मौत का छाया उनको अपनी ओर खींच लेगा। तेज धमाकेदार आवाज हुई। तेज धमाके से फैक्ट्री की छत व दीवारें टूट कर गिर गई। धमाका इतनी तेज था कि फैक्ट्री की छत पर रखी टीन कोसो दूर दूसरे खेतों में जाकर गिरी। मृतक लोगों को सभलने का मौका तक नही मिला। धमाके के साथ पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई। मिनटों में पांच जिदगी स्वाहा हो गई। बारुद की तेज आवाज से आसपास के लोग सहम गए। रुक-रुक कर पटाखा फैक्ट्री में धमाके होते रहे। मौके पर पहुंचे लोगों की फैक्ट्री के अंदर प्रवेश की हिम्मत नही हुई। फैक्ट्री में रखे पटाखे फूट रहे थे। तभी वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची आग पर काबू पाया गया। तब जाकर लोगों ने फैक्ट्री का मलबा हटाया। उसके बाद शवों की गिनती शुरू की। क्षतिग्रस्त शवों को देखकर वहां मौजूद लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। चारों ओर अफरा-फरी मच गई। लोगों ने शवों को तलाशा।