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कैराना हुआ बेगानाः पहले जुबान पर फिर मकान पर लगा ताला

हिंदुओं के पलायन पर सियासत सुर्ख हुई तो प्रशासन की पेशानी पर बल पड़ गए हैं। जांच में जुटी प्रशासनिक टीम के अपने दावे ठोस नहीं। पलायन के पीछे अर्थ का शास्त्र है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 14 Jun 2016 04:05 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jun 2016 08:47 AM (IST)
कैराना हुआ बेगानाः पहले जुबान पर फिर मकान पर लगा ताला

अश्वनी त्रिपाठी, शामली कैराना। हिंदुओं के पलायन पर सियासत सुर्ख हुई तो प्रशासन की पेशानी पर बल पड़ गए हैं। जांच में जुटी प्रशासनिक टीम के अपने दावे हैं, तर्क हैं। यह और बात है कि वह विश्वसनीय नहीं लगते। क्योंकि उनका आधार ठोस नहीं लगता। प्रशासन का कहना है कि पलायन के पीछे अर्थ का शास्त्र है। लोग व्यवसाय के चक्कर में पलायित हुए, या फिर भवन स्वामियों की मौत हो गई तो परिवारीजन व्यवसाय के लिए हरियाणा, दिल्ली कूच कर गए। जबकि सच्चाई इसके विपरीत है। रंगदारी और हत्या की घटनाओं ने ही लोगों को अपना घर-बार छोडऩे को मजबूर किया। गुंडों-बदमाशों ने पहले जुबान पर, फिर मकान पर ताला लगाने को मजबूर कर दिया।

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फिलहाल, जागरण टीम ने घर-घर की पड़ताल की तो यही सच सामने आया

हाल-ए-चौक बाजार चौक बाजार में कदम रखने पर वहां परचून की थोक दुकान पर ताला लटका मिला। पड़ताल में पता चला कि कुछ सालों पहले तक यह कैराना की सबसे बड़ी थोक किराना दुकान थी। पूरे जनपद तथा पानीपत तक मूला पंसारी के नाम से इस दुकान को जाना जाता था।

इस पर मूला पंसारी तथा उनके दोनों बेटे अभय कुमार और विजय कुमार बैठते थे। कैराना में दहशत के हालात से आजिज आकर कैराना से पलायन कर गए। आगे बढऩे पर चौक बाजार में ही एक अन्य दुकान का शटर गिरा मिला। पता चला कि यह दुकान कोल्ड ड्रंक एजेंसी मालिक ईश्वरचन्द उर्फ बिल्लू की थी।

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कभी यहां से पूरे शहर में कोल्ड ड्रंक सप्लाई हुआ करती थी। अब दुकान पर ताला पड़ा है, क्योंकि परिवार पलायन कर गया है। चौक बाजार के ही परचून कारोबारी सोनू पुत्र आत्माराम की दुकान पर भी ताला लगा मिला। चौक बाजार में कश्मीरी बत्रा का मकान भी बंद मिला। बताया गया कि पेशे से दुकानदार कश्मीरी के मकान में अब कोई नहीं रहता।

मोहल्ला सरावज्ञानचौक बाजार के बाद जागरण टीम मोहल्ला सरावज्ञान की ओर बढ़ी। यहां भी बंद दरवाजे दूर से दिखने लगे। सबसे पहले मोहन लाल गर्ग का मकान बंद मिला। पड़ताल पर मालूम चला कि पेशे से किरयाना दुकानदार मोहनलाल गर्ग के मकान में कोई नहीं रहता।

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ऐसे ही एक अन्य किरयाना दुकानदार भूषण लाल गर्ग का मकान भी बंद मिला। परचून दुकानदार अनिल जैन के मकान पर ताला लटका मिला। कोल्ड ड्रंक व्यवसाई प्रवीण जैन के मकान पर भी ताला लटका पाया। ये लोग क्यों पलायन कर गए, क्या इनके घर में गरीबी थी, कारोबार अच्छे नहीं चल रहे थे? छानबीन में ऐसा कोई तथ्य भी सामने नहीं आया। जाहिर है कि भय के मारे ही ये लोग घर छोड़ गए हैं।

कुछ और मोहल्लों में वीरानी

कैराना में जागरण टीम शामली रोड पर पहुंची। यहां सिनेमा घर मालिक अंकुर मित्तल की शानदार कोठी बंद पड़ी थी। मालूम चला कि पुलिस से कई बार सुरक्षा की गुहार लगाकर भी जब उन्हें निराशा मिली तो किसी दूसरे जिले में चले गए। सिनेमा हाल ठेके पर दे दिया है।

जोड़वा कुआं में मिष्ठान भंडार संचालक राकेश उर्फ टीटू की दुकान बंद मिली। मोहल्ला आलकलां में लोहा कारोबारी राजेन्द्र कुमार, शिवकुमार की दुकान पर भी ताला लटका मिला। इनका परिवार भी यहां से पलायन कर चुका है। गुंबद कैराना निवासी घी-तेल विक्रेता अरविन्द ङ्क्षसघल की दुकान बंद मिली।

पेंट कारोबारी पप्पू, मास्टर सुरेश चन्द गुप्ता रिटायर्ड टीचर, मोहल्ला टीचर्स कालोनी कैराना के मकान पर ताला लटका मिला। राधेश्याम वैश्य पेशे से सरकारी नौकर थे, मोहल्ला पट्टोवाला कैराना में इनका मकान बंद पड़ा मिला। मोहल्ला पट्टोवाला के अधिवक्ता संजीव गर्ग का भी मकान बंद मिला।

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अभी तक जांच में पलायन के पीछे दहशत या अपराध नहीं, बल्कि रोजगार व व्यवसाय ही मुख्य वजह पाई गई है। डोर टू डोर पड़ताल कराई जा रही है।सुजीत कुमार, डीएम, शामली कैराना में पलायन की जांच कराई जा रही है। काफी कुछ तस्वीर साफ होने लगी है। अपराध के कारण पलायन करने वालों की संख्या इक्का-दु्क्का है।

फिर भी उच्चाधिकारियों से विमर्श कर इन लोगों को दुबारा कैराना में वापस लाने की रणनीति तैयार की जा रही है-विजय भूषण, एसपी, शामली।

हुकुम पर हमलावर हुई जमीयत

शामली। जमीयत उलमा-ए-ङ्क्षहद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने कैराना के पलायन प्रकरण पर भाजपा सांसद हुकुम सिंह की खिंचाई की है। कहा है कि इस मसले को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है। दोनों ने सांसद हुकुम ङ्क्षसह की पलायन सूची को बेबुनियाद कहा है। साथ ही कैराना में आपसी सौहार्द बनाने पर जोर दिया है। जमीयत-उलमा-ए-हिंद ने जिलाधिकारी सुजीत कुमार को ज्ञापन देकर कैराना सांसद हुकुम सिंह पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया है।

घर-घर खाक छान रही प्रशासनिक टीम

कैराना। पलायन प्रकरण की जांच के लिए सोमवार को भी प्रशासनिक टीम ने घर-घर खाक छानी। आइबी व खुफिया विभाग भी कैराना में डेरा डाले हुए है। तहसील कैराना की चार टीमें लेखपाल व कानूनगो सहित जांच में लगाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार खुफिया विभाग की स्पेशल ब्रांच ने भी नगर से भारी संख्या में हो रहे पलायन के कारणों की जांच तेज कर दी है। उपजिलाधिकारी रामअवतार गुप्ता ने बताया कि सोमवार को भी डोर टू डोर सत्यापान जारी था।


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हिन्दू नहीं जागे तो पूरे देश में कैराना जैसे हालात होंगे

जासं, अलीगढ़। अखिल भारत हिंदू महासभा ने कैराना में हिन्दुओं के पलायन के खिलाफ सोमवार को कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नाम ज्ञापन एसीएम को सौंपा। कार्यकर्ता वाहन जुलूस के साथ नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ. पूजा शकुन पांडेय ने कहा कि मुस्लिम परस्त नीतियों ने प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में कैराना जैसी स्थिति पैदा कर दी है। आजम खान जैसे मंत्री देश को कमजोर करने वाले बयान दे रहे हैं। डॉ. शकुन ने कहा कि हिंदू समाज को जागना होगा, वरना कहां तक भागेगा? यदि प्रदेश सरकार ने कैराना मामले में ठोस कदम नहीं उठाए तो ङ्क्षहदू महासभा हिंदू जागृति आंदोलन चलाएगी।

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