लोकार्पण के डेढ़ माह बाद ही काबड़ौत फोरलेन पुल की अप्रोच रोड ध्वस्त
शामली जेएनएन काबड़ौत फोरलेन पुल की अप्रोच रोड का एक हिस्सा बुधवार-गुरुवार को हुई बारिश में ध्वस्त हो गया है। बड़ा गड्ढ़ा बन गया है। पुल का लोकार्पण हुए डेढ़ माह ही हुआ है।
शामली, जेएनएन: काबड़ौत फोरलेन पुल की अप्रोच रोड का एक हिस्सा बुधवार-गुरुवार को हुई बारिश में ध्वस्त हो गया है। बड़ा गड्ढ़ा बन गया है। पुल का लोकार्पण हुए डेढ़ माह ही हुआ है।
मेरठ-करनाल हाइवे पर काबड़ौत में कृष्णा नदी पर पुराना पुल जर्जर स्थिति में था। अप्रैल 2018 में फोर लेन पुल निर्माण के प्रस्ताव को नाबार्ड वित्त पोषित रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट फंड (आरआइडीएफ) के तहत स्वीकृति मिली थी। पुल निर्माण के लिए 13.97 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई थी। पुल की लंबाई 71.20 मीटर है। साथ ही दोनों तरफ 100-100 मीटर की अप्रोच रोड भी बनाई गई। कार्यदायी संस्था सेतु निगम ने मई 2018 में निर्माण शुरू किया था। दिसंबर 2019 में काम पूरा होना था। लेकिन निर्माण की धीमी गति और फिर लॉकडाउन के कारण विलंब हुआ। 31 जून को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लखनऊ से ही पुल का डिजिटल लोकार्पण किया था। बुधवार रात से गुरुवार दोपहर तक तेज बारिश हुई और इससे पुल की अप्रोच रोड का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया है और कई फीट गहरा गड्ढ़ा हो गया है। सीजन की पहली अच्छी बारिश ही अप्रोच रोड नहीं झेल सकी। कई वाहन गड्ढ़े की चपेट में आने से बाल-बाल बचे हैं। हाइवे पर स्ट्रीट लाइट भी नहीं हैं। ऐसे में रात में हादसे का खतरा अधिक हो गया है। बता दें कि पुल का शिलान्यास भी उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ही किया था।
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जांच की मांग उठाई
रालोद छात्र सभा के जिला महासचिव राजन जावला ने बताया कि शुक्रवार को वह कार से मेरठ जा रहे थे। शामली से मेरठ की ओर पुल पार करते ही गड्ढ़ा है। गड्ढ़े में कार का पहिया फंसने से बाल-बाल बचा है। कुछ दिन पहले ही पुल चालू हुआ और एक अच्छी बारिश में ये स्थिति है। ऐसा लगता है कि पुल निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है। घोटाला भी हो सकता है। सरकार से मांग है कि कमेटी गठित कर जांच कराई जाए।
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पुल की अप्रोच रोड धंसने के बारे में जानकारी नहीं है। इस बारे में पता कर रहा हूं। दिखवाया जाएगा कि किस वजह से ऐसा हुआ। साथ ही मरम्मत भी शीघ्र करा दी जाएगी।
जेएस स्याना, परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम