शेखूपुरा के जंगल में मिले तेंदूए के पंजों के निशान, दहशत
कैराना: शेखपुरा गांव में तेंदुए जैसे जानवर के पंजों के निशान मिलने से ग्रामीण बेहद भयभीत है
कैराना: शेखपुरा गांव में तेंदुए जैसे जानवर के पंजों के निशान मिलने से ग्रामीण बेहद भयभीत हैं। ग्रामीणों ने खेतों पर जाना बंद कर दिया है। गांव में तमाम तरह की अफवाह है। दूसरी ओर, शिकायत के बाद भी वन विभाग ने गांव जाकर जांच करना मुनासिब नहीं समझा।
शेखूपुरा गांव के किसानों को पिछले एक सप्ताह से खेतों में किसी अनजान जीव के पंजों के निशान दिखाई दे रहे हैं। इससे वह खौफजदा है। खेतों में मौजूद निशान देखकर ग्रामीण दिन में भी खेतों पर जाने से कतरा रहे हैं।
ग्राम प्रधान विलियम चौहान का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से खेतों में पंजों के बड़े-बड़े निशान देखकर ऐसा लगता है कि यह जानवर दो पैरों का ही इस्तेमाल करता हो। उन्होंने बताया कि विगत दो-तीन दिन पूर्व गांव निवासी डॉ. संजय के ईख के खेत में एक लावारिस बछड़ा मृत अवस्था में पड़ा मिला। बछड़े की गर्दन व पूंछ पर घाव के गहरे निशान थे। मृत बछड़े के आसपास भी विचित्र जीव के पंजों के निशान मिले।
ग्राम प्रधान का कहना है कि अपने खेत पर गए किसान निगम पुत्र मलखा ने बताया कि उसके ईख के खेत से काफी देर तक गन्ने टूटने की आवाज आती रही और खेत के ऊपर पक्षी भी शोर मचाते रहे। गांव के ही विकल पुत्र पालेराम व बबलू पुत्र जगपाल ने भी ईख के खेत के अंदर तेजी से घुसते एक अनजान जीव का पूंछ वाला हिस्सा देखने का दावा किया।
ग्राम प्रधान का दावा है कि गांव के ही एक युवक ने मामले की सूचना वन विभाग को दी। विभाग की ओर से कोई भी अधिकारी खेतों में पंजों के निशानों की तस्दीक करने नहीं आया। गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कुछ ग्रामीण जंगल में तेंदुआ घुस आने की भी आशंका व्यक्त कर रहे हैं।
किसानों ने रात में खेतों पर जाना पूरी तरह बंद कर दिया है और दिन के समय में भी किसान लाठी-डंडों से लैस होकर अपने खेतों में पहुंच रहे है। इस संबंध में कैराना क्षेत्र में तैनात वन विभाग के वन रक्षक बृजपाल ¨सह का कहना है कि इस प्रकार की कोई सूचना उन्हें नहीं मिली है। जंगल में घूम रहा जीव पहाड़ी बिल्ली भी हो सकती है। पंजों के निशान देखकर ही स्पष्ट बताया जा सकेगा।