डीएम के समक्ष लगा शिकायतों का अंबार
संवाद सूत्र, कैराना : तहसील मुख्यालय पर डीएम की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर फरि
संवाद सूत्र, कैराना : तहसील मुख्यालय पर डीएम की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर फरियादियों की भीड़ उमड़ पड़ी। शिकायतें लेकर पहुंचे लोगों की भीड़ को व्यवस्थित करने में लगे सुरक्षाकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। विभिन्न मामलों से संबंधित 87 प्रार्थना पत्र उपस्थित अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत हुए, जिनमें से मात्र पांच शिकायतों का ही मौके पर निस्तारण हो पाया। डीएम ने अधिकारियों को शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण एवं निर्धारित समयावधि के भीतर निस्तारण करने के निर्देश दिए।
मंगलवार को तहसील मुख्यालय पर माह के प्रथम संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जनपद में नियुक्ति के बाद पहली बार कैराना तहसील मुख्यालय पर आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे जिलाधिकारी अखिलेश ¨सह के समक्ष शिकायतों का अंबार लग गया। ग्राम इस्सोपुर खुरगान के ग्राम प्रधान एवं अन्य ग्रामीणों ने शिकायती पत्र देकर गांव में स्थित राजकीय इंटर कालेज में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की। बताया कि कॉलेज में अध्ययनरत दो सौ बच्चों को शिक्षित करने के लिए मात्र तीन शिक्षक तैनात है, जिनमें से दो अध्यापक संविदा पर है। नगर के मोहल्ला आलखुर्द वार्ड संख्या तीन में रह रहे दर्जनों महिलाओं एवं पुरुषों ने डीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उनके मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृत हो चुके हैं और मकान निर्माण के लिए पहली किस्त के लगभग पचास ह•ार रुपये भी उनके खाते में पहुंच गए है। विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए नक्शे के आधार पर उन्होंने अपने आवासों की नींव भर दी है। पिछले पांच-छह: माह से उन्हें मकान निर्माण की दूसरी किस्त प्राप्त नही हो पायी है, इस कारण उनके मकान निर्माण का कार्य अधूरा पड़ा है। इसके अलावा डीएम के सम्मुख शौचालय निर्माण, अवैध कब्जा हटवाने, दिव्यांग, वृद्धावस्था एवं विधवा पेंशन बनवाने, विपक्षियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कराने आदि मामलों से सम्बंधित सैकड़ों शिकायती पत्र प्राप्त हुए। एसपी अजय कुमार पांडेय, मुख्य विकास अधिकारी विवेक त्रिपाठी, एसडीएम डॉ. अमितपाल शर्मा, सीओ आरके तिवारी, तहसीलदार रणबीर ¨सह एवं अन्य विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे। डीएम ने पूर्व में प्राप्त शिकायतों में संतुष्टिजनक कार्यवाही न होने पर कई अधीनस्थ अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।