डेंगू के 31 संदिग्ध मरीज मिले, जांच को भेजे सैंपल
कोरोना काल में डेंगू का प्रकोप भी है। डेंगू के 31 संदिग्ध मरीज मिले हैं। एलाइजा जांच के लिए सैंपल मेरठ मेडिकल कालेज भेजे गए हैं। पहले से ही 38 सैंपल की जांच लंबित चल रही है।
शामली, जेएनएन। कोरोना काल में डेंगू का प्रकोप भी है। डेंगू के 31 संदिग्ध मरीज मिले हैं। एलाइजा जांच के लिए सैंपल मेरठ मेडिकल कालेज भेजे गए हैं। पहले से ही 38 सैंपल की जांच लंबित चल रही है। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि हमें जहां से भी बुखार के मरीजों की सूचना मिलती है तो शिविर आयोजित कर मरीजों का दवा दी जाती है। साथ ही लोगों को डेंगू-मलेरिया से बचाव के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
निजी अस्पताल और नर्सिग होम में डेंगू के कई केस मिल चुके हैं। लेकिन रैपिड कार्ड से पाजिटिव रिपोर्ट आने पर डेंगू का संदिग्ध मरीज ही माना जाता है और प्रमाणित माने जाने वाली एलाइजा जांच के लिए सैंपल भेजे जाते हैं। अब तक एक मरीज में ही डेंगू की पुष्टि हुई है। दस मरीजों की एलाइजा जांच रिपोर्ट तीन सप्ताह पूर्व निगेटिव आई थी। लेकिन 38 लोगों के सैंपल की जांच काफी दिनों से मेरठ मेडिकल कालेज की लैब में लंबित हैं। दरअसल, जिले में एलाइजा जांच की सुविधा नहीं है। इसलिए मेरठ सैंपल भेजे जाते हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि शहर के विभिन्न अस्पतालों व नर्सिंग होम से डेंगू के संदिग्ध मरीज मिलने की सूचना मिली थी। उनके सैंपल भेजे गए हैं। सैंपल लेकर वह खुद गए थे। मेडिकल कालेज में बात हुई है और सभी सैंपलों की रिपोर्ट जल्द मिल जाएगी। हमें जहां से भी बुखार के मरीजों की सूचना मिलती है तो शिविर आयोजित कर मरीजों का दवा दी जाती है। साथ ही एंटी लार्वा का छिड़काव कर घरों में लार्वा की चेकिग भी होती है। साथ ही लोगों को डेंगू-मलेरिया से बचाव के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।