Move to Jagran APP

मरीजों में मिले डेंगू के लक्षण, जांच को भेजे सैंपल

शामली शहर कैराना और कई गांवों में बुखार के 19 मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले। सभी के सैंपल एलाइजा जांच के लिए मेरठ भेजे गए हैं। स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर बुखार के मरीजों की रैपिड कार्ड से जांच करने के साथ ही दवा का वितरण भी किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 05:39 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 05:39 PM (IST)
मरीजों में मिले डेंगू के लक्षण, जांच को भेजे सैंपल
मरीजों में मिले डेंगू के लक्षण, जांच को भेजे सैंपल

शामली, जेएनएन। शामली शहर, कैराना और कई गांवों में बुखार के 19 मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले। सभी के सैंपल एलाइजा जांच के लिए मेरठ भेजे गए हैं। स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर बुखार के मरीजों की रैपिड कार्ड से जांच करने के साथ ही दवा का वितरण भी किया जा रहा है।

loksabha election banner

शहर के कई निजी अस्पताल-नर्सिंग होम में रैपिड कार्ड जांच से कई लोगों में डेंगू होना सामने आया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में संख्या शून्य है। क्योंकि रैपिड कार्ड की रिपोर्ट पाजिटिव आने पर डेंगू का संदिग्ध ही माना जाता है। पुष्टि एलाइजा जांच से होती है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक अक्टूबर से शुरू हुआ था और 31 अक्टूबर तक चलेगा। इसके तहत गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर बुखार के मरीजों को चिन्हित किया जा रहा है। डेंगू लक्षण वाले मरीजों की रैपिड कार्ड से जांच होती है। रिपोर्ट पाजिटिव आने पर एलाइजा जांच के लिए सैंपल भेजे जाते हैं। जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि फतेहपुर गांव से पांच, खेड़ी बैरागी से दो, कैराना, नाला गांव, कसेरवा, फुगाना, बलवा, बनत, झाल, बुटराड़ा, तलवा माजरा से एक-एक और शेष शामली शहर के कुल 19 लोगों में डेंगू के लक्षण मिले हैं। मेडिकल कालेज मेरठ सैंपल भेजे गए हैं। वहीं, लगातार घरों में लार्वा की चेकिग भी हो रही है। जहां भी लार्वा मिलता है, उसे नष्ट किया जाता है और संबंधित घर के स्वामी को नोटिस जारी होता है। गांवों और नगर निकायों में विभिन्न विभागों के सहयोग से जागरूक भी किया जा रहा है और फागिग व एंटी लार्वा का छिड़काव भी हो रहा है। अभी तक जिले में डेंगू का कोई केस नहीं है। स्वास्थ्य शिविर आयोजित

फतेहपुर और खेड़ी बैरागी गांव में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। बुखार के 82 मरीज को दवा दी गई। साथ ही एंटीलार्वा का छिड़काव भी किया गया। दोनों गांव में सात मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले। अब कुल 38 सैंपल लंबित

जिले में डेंगू की प्रमाणित मानी जाने वाली एलाइजा जांच की सुविधा नहीं है। जांच के लिए सैंपल मेडिकल कालेज मेरठ भेजे गए हैं। दस दिन पहले 19 सैंपल भेजे गए थे और उनकी रिपोर्ट नहीं आई है। अब कुल 38 सैंपल लंबित हैं। जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनय का कहना है कि लैब में कुछ कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आ गई थी। इस कारण से देरी हो रही है। अब लैब में काम शुरू हो गया है तो रिपोर्ट जल्द प्राप्त होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.