अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे 1400 मरीज
बदलते मौसम में वायरल बुखार का प्रकोप भी बढ़ रहा है। टाइफाइड के मरीज भी आ रहे हैं और मलेरिया भी लोगों को चपेट में ले रहा है।
शामली, जेएनएन। बदलते मौसम में वायरल बुखार का प्रकोप भी बढ़ रहा है। टाइफाइड के मरीज भी आ रहे हैं और मलेरिया भी लोगों को चपेट में ले रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) शामली में ही सोमवार को काफी मरीज बढ़ गए। आमतौर पर कुल 1100 से 1200 मरीज प्रतिदिन पहुंचते हैं, लेकिन सोमवार को संख्या 1400 से पार गई। बुखार के ही 200 से अधिक मरीज थे। दो मरीजों को तो भर्ती करना पड़ा।
सीएचसी के चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक चौधरी ने बताया कि कभी बारिश हो जाती है तो मौसम कुछ ठंडा हो जाता है। कुछ देर बाद चटक धूप और उमसभरी गर्मी रहती है। मौसम का यह बदलाव बुखार का कारण बन रहा है। वायरल बुखार चार से पांच दिन में ठीक हो जाता है, लेकिन लापरवाही भारी भी पड़ सकती है। इसलिए खुद दवा लेने के बजाय चिकित्सक के पास जाएं। वायरल के अलावा टाइफाइड के मरीज भी बढ़े हैं। निजी अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. रविद्र तोमर ने बताया कि ज्यादा ठंड और गर्मी में इंफेक्शन प्रभावी नहीं होते हैं। जैसे मौसम बदलता है तो ये एक्टिव हो जाते हैं। बरसात में मच्छर का प्रकोप भी बढ़ जाता है तो मलेरिया के मरीज भी बढ़ रहे हैं। बुखार के कुल 20 से 25 मरीज उनके पास आ रहे हैं।
मलेरिया के 13 मरीज
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनय कुमार ने बताया कि अगस्त माह में अभी तक बुखार पीड़ितों की 3977 रक्त पट्टियों बनाकर जांच की गई। इसमें 13 मरीजों को ही मलेरिया होना पाया गया है। प्रतिदिन सौ से अधिक सैंपल की जांच की जा रही है।
वायरल बुखार के लक्षण
जुकाम रहना, बुखार, आंखों में जलन, शरीर में थकान
मलेरिया के लक्षण
बुखार के साथ ठंड लगना, सिरदर्द और उल्टी होना, सांस लेने में तकलीफ होना, शरीर में कमजोरी आना
टाइफाइड के लक्षण
तेज बुखार, थकावट, पेट में दर्द, उल्टी, जी-मिचलाना, कम भूख लगना, सिर व पूरे शरीर की मांसपेशियों में दर्द, शरीर चकत्ते पड़ना
ये बरतें सावधानी
- कटे-फटे फलों का कतई सेवन न करें।
- पानी को उबालकर पिएं।
- बाहर के खानपान से जितना हो सके परहेज ही करें।
- अधिक मसालेदार भोजन न करें।
- मच्छरों को पनपने न दें।
- बुखार से ग्रस्त व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।