सांपला में डेंगू के 11 संभावित रोगी मिले
जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। ऊन क्षेत्र के गांव सांपला में 11 संभावित रोगी मिले हैं जिनके सैंपल एलाइजा जांच को लिए गए हैं। वहीं थानाभवन क्षेत्र के गांव मनट में भी एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया।
शामली, जागरण टीम। जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। ऊन क्षेत्र के गांव सांपला में 11 संभावित रोगी मिले हैं, जिनके सैंपल एलाइजा जांच को लिए गए हैं। वहीं, थानाभवन क्षेत्र के गांव मनट में भी एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया।
जिले में अब तक डेंगू के 71 रोगी प्रमाणित मानी जाने वाली एलाइजा जांच में मिल चुके हैं। सांपला गांव में काफी लोग बुखार से पीड़ित चल रहे हैं। सूचना पर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिविर लगाकर बुखार के 50 मरीज देखे। इस दौरान डेंगू के 11 संभावित मरीज मिले हैं, जिनके सैंपल लिए गए। गांव फागिग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराया। साथ ही लोगों को स्वास्थ्य शिक्षा भी दी गई। जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि मनट में गांव में भी एंटी लार्वा और फागिग करा दी गई है। लार्वा चेकिग भी गई है और जहां लार्वा मिला, तत्काल नष्ट किया गया। संभावित डेंगू रोगी को दवा दी गई है और उनका सैंपल भी भेजा जाएगा। जल्द ही यहां भी शिविर लगाया जाएगा। सीएचसी में बढ़ी बुखार के मरीजों की संख्या
जागरण संवाददाता, शामली: सीएचसी शामली में बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अधिकतर में वायरल बुखार की पुष्टि हो रही है। साथ ही लक्षणों के आधार पर मलेरिया और डेंगू की जांच भी कराई जा रही है।
सोमवार को वैसे तो बहुत अधिक भीड़ नहीं रही, लेकिन आने वाले मरीजों में बुखार पीड़ित अधिक रहे। मौसम में बदलाव आने पर बुखार के मरीज बढ़ ही जाते हैं। लेकिन इस बार पिछले सालों के मुकाबले प्रकोप थोड़ा अधिक नजर आ रहा है। सीएचसी के चिकित्सक डा. दीपक कुमार ने बताया कि बुखार होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन चिकित्सक को दिखाएं और खुद से दवा न लें। सिर्फ पैरासिटामोल ले सकते हैं। अगर आराम न लगे तो चिकित्सक से सलाह लें। कई बार लोग खुद से मेडिकल स्टोर से दवा लेकर सेवन करने लगते हैं, लेकिन यह सेहत के लिए बहुत अधिक हानिकारक भी हो सकता है।