बदजुबान नेताओं पर लगे अजीवन बैन
चुनाव की चर्चा हर गली-मुहल्ले में हो रही है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : चुनाव की चर्चा हर गली-मुहल्ले में हो रही है। जहां चार लोग जमा नहीं हुए, चुनाव पर बहस शुरू हो जाती है। जीत हार को लेकर दावे होते हैं। शहर से लेकर दिल्ली तक के राजनीतिक समीकरण बनाए जाते हैं। महानगर के मुहल्ला ताजूखेल में गली के नुक्कड़ पर लोगों के बीच ऐसी ही चुनावी बहस जारी थी। राजदीप कह रहे थे कि कांग्रेसी नेता मोदी सरकार आने के बाद देश में महंगाई बढ़ने का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के समय में भी महंगाई थी। बोले देशवासियों के पास मोदी सरकार के अलावा कोई विकल्प नहीं हैं। गठबंधन में तो बस एक दूसरे की टांग खिचाई हहोगी। अनिल शर्मा बोले कि पार्टी कोई भी हो नेता अपनी जुबान पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं। जो नेता अमर्यादित बात कर रहे हैं। उनके ऊपर बैन लगा देना चाहिए कि वह जिदगी भर चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। उनकी बदजुबानी से हमारे देश की विश्व में छवि खराब हो रही है। कौशल पांडेय बोले की चुनाव आयोग को और सख्त कदम उठाने होंगे। जिससे नेता अपनी ओछी हरकतों से बाज आ सकें। राजीव शर्मा बात को पुराने ट्रैक पर लाते हुए बोले की सरकार ऐसी होनी चाहिए तो राष्ट्रहित की बात करें। राष्ट्र मजबूत होगा तो सभी मजबूत हो जाएंगे। सुदेश मिश्रा ने कहा कि मोदी से अच्छा देश के पास कोई विकल्प नहीं है। अपूर्व बोले की राजनीति बहुत गंदी होती जा रही है। वह नोटा का उपयोग करेंगे। तभी प्रमोद शर्मा बोले कि कुछ ही नेता ऐसे हैं जो सिर्फ मुद्दों, विकास और रोजगार की बात करते हैं। अधिकांश अपना बोट बैंक बढ़ाने के चक्कर में जाति और धर्म की बात करते हैं। तभी अंकुर शुक्ला ने इस बार जनता चुप है चुनाव परिणामों से पता चलेगा कि आखिर सरकार किसकी बनती है।