समस्याओं का समाधान पाने को बुजुर्ग करेंगे शत प्रतिशत मतदान
नामांकन शुरू होने के साथ ही लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं।
जेएनएन, शाहजहांपुर : नामांकन शुरू होने के साथ ही लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। चुनाव मैदान में प्रत्याशी लुभावने वादों के साथ उतरे हैं। मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कवायद हो रही है। चुनाव जितने पर न सिर्फ समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया जा रहा है, बल्कि नये वादे भी किये जा रहे हैं, लेकिन बुजुर्ग मतदाता इतनी आसानी से झांसे में आने वाले नहीं हैं। वह तो अपने अनुभव और कसौटी के आधार पर ही वोट डालने की बात कर रहे हैं। मंगलवार को खिरनीबाग मुहल्ले में दैनिक जागरण की चुनावी चौपाल में
सरोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पेंशनर विभिन्न समस्याओं को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। चुनाव में मौका है अपने वोट के जरिये अपना फैसला देने का। सर्वेश कुमार गुप्ता ने 1999 में बंद हुई सीमेंट फैक्ट्री का मुद्दा उठाया। कहा कि कर्मचारियों के पेंशन भुगतान नहीं होता है, जिससे परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच जाते हैं। जेडी सक्सेना उनकी बात से सहमत दिखे। उन्होंने कहा कि वोट की बहुत कीमत है। एक वोट देश का भविष्य बदल सकता है। इसलिए न सिर्फ स्वयं मतदान करें बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करें। सर्वेश कुमार गुप्ता व अनूप कुमार मिश्र ने कहा कि इस दिन लोग छुट्टी मनाते हैं। घर से निकलकर वोट नहीं डालने जाते हैं जो गलत है। एसके जौहरी ने बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि फिर पांच साल तक पछताते हैं, नेताओं को कोसते हैं। श्यामा देवी ने महिलाओं की कम भागीदारी पर चिता जतायी। आशा गुप्ता ने कहा कि महिलाओं वोट के जरिये अपनी भागीदारी बढ़ा सकती हैं। सरोज कुमार श्रीवास्तव, बाबूराम, राजकुमार ने कहा कि कई बार मतदान न करने से कई बार गलत लोग चुनकर आ जाते हैं। भूप सिंह, अजय सिंह वर्मा आदि ने कहा कि मतदाताओं को चुनाव के समय लुभाने के लिए योजनाओं का लॉलीपॉप दिया जाता है, लेकिन इस तरह के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। मतदाताओं को चाहिए कि अपने बुद्धि विवेक के आधार पर वोट डालें। सभी ने तय किया कि पेंशनर्स अपनी समस्याओं के साथ-साथ देशहित को भी ध्यान में रखेंगे। इसलिए न सिर्फ स्वयं मतदान करें बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।