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मांस बंटवारे पर विवाद, छापे में मिली खाल और बाल के बाघ जैसे

जंगल से शिकार किए गए जानवर का मांस बंटवारे को लेकर विवाद हो गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 12:06 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 12:06 AM (IST)
मांस बंटवारे पर विवाद, छापे में मिली खाल और बाल के बाघ जैसे
मांस बंटवारे पर विवाद, छापे में मिली खाल और बाल के बाघ जैसे

जेएनएन, शाहजहांपुर : जंगल से शिकार किए गए जानवर का मांस बंटवारे को लेकर विवाद हो गया। मामला तूल पकड़ा तो पुलिस तक बात पहुंची। पूछताछ और छानबीन में शिकार का मामला सामने पर आया तो पुलिस और वन अफसरों में खलबली मच गई। आरोपितों के घर छापे मारे। शिकायतकर्ता के ही घर से खाल और बाल के कुछ टुकड़े बरामद हुए, जो बाघ के बताए जा रहे हैं। दूसरे आरोपित के घर से जाल भी बरामद हुआ है। फिलहाल शिकायतकर्ता को हिरासत में ले लिया गया है। मामले में छह आरोपितों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।

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क्षेत्र के गांव लुकटहा निवासी रोशनलाल शुक्रवार की सुबह थाने तहरीर लेकर पहुंचा। बताया कि गांव के पांच लोगों ने बाघ के मांस के बंटवारे को लेकर पिटाई कर दी। बोला, संतोष, मदन, सरबन, सोनू, महेंद्र ने 15 दिन पहले इस बाघ का शिकार किया था। उसने दबाव डालकर मांस मांगा तो आरोपितों ने बाघ का एक पंजा दे दिया। घटना की सूचना पर कुछ मीडिया कर्मी उसके साथ गांव पहुंचे और पंजे का फोटो खींच लिया। मामला बढ़ता देख महिलाएं आक्रोशित हो गई और रोशनलाल ने पंजा छीनकर गायब कर दिया।

शिकार की सुन हरकत में आया वन विभाग

बाघ के शिकार की कहानी सुनकर वन विभाग की टीम और पुलिस हरकत में आई। रोशनलाल समेत छह लोगों के घरों पर छापा मारा। सभी आरोपित घर से फरार हो गए थे। संतोष के घर से जानवर पकड़ने वाला जाल और रोशनलाल के घर से मांस की खाल मय बाल के बरामद हुई। आरोपित रोशनलाल को हिरासत में ले लिया गया है। पूछताछ के लिए प्रधान के पति देवेश को भी मैलानी रेंज ले जाया गया है। वन रक्षक कामता प्रसाद ने बताया कि रोशन लाल के घर से मिले मांस को बरेली स्थित केंद्रीय पशु चिकित्सा एंव अनुसंधान केंद्र (आइवीआरआइ) भेजा जा रहा है।

खीरी या जिले के जंगल में शिकार

अनुमान लगाया जा रहा है कि शिकार की घटना लखीमपुर खीरी या शाहजहांपुर के जंगल में हुई होगी। दोनों ही जंगलों की सीमा आपस में मिलती है। --------

फिलहाल किसी भी जानवर के शिकार होने की पुष्टि नहीं हुई है। जाल बरामद हुआ है। हम पड़ताल कर रहे हैं।

- एमएल ¨सह, एसडीओ, वन विभाग


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