2014 में बना वीडियो, स्वामी के अधिवक्ता बोले-फर्जी
मंगलवार को कथित तौर पर एक वीडियो वायरल हुआ है जो स्वामी चिन्मयानंद प्रकरण से संबंधित बताया जा रहा है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : मंगलवार को कथित तौर पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जो स्वामी चिन्मयानंद प्रकरण से संबंधित बताया जा रहा है। हालांकि इस संबंध में पुलिस के अधिकारी कोई भी जानकारी न होने की बात कह रहे हैं। बताया जा रहा है कि वीडियो आश्रम में ही बनाया गया है। वीडियो के कुछ-कुछ मिनट के क्लिप वायरल किए गए हैं। वीडियो एक ही दिन में बनाया गया या फिर अलग-अलग दिन इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। जो वीडियो बनाया गया है वह सुबह के समय एक कमरे में बना है। दूसरी मंगलवार को एसआइटी ने मुमुक्ष आश्रम पहुंचकर सात घंटे से ज्यादा वक्त तक छानबीन की। हास्टल का कमरा छात्रा के सामने ही खुलवाया।
जांच में होगा स्पष्ट
जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें 31 जनवरी 2014 की तारीख आ रही है। यह वीडियो पुराना शूट है या फिर जिस चीज से रिकॉर्डिग की गई है उसकी सेंटिग में कोई गड़बड़ी है। यह जांच में ही स्पष्ट हो सकता है।
चश्मे में लगे कैमरे से बना वीडियो
बताया जा रहा है कि इस वीडियो से संबंधित कुछ क्लिप संजय नाम के युवक ने पेन ड्राइव के जरिए एसआइटी को सौंपी थीं। जो वीडियो वायरल हो रहे हैं उन्हें किसी चश्मे में लगे कैमरे से बनाया गया है। लड़की का चेहरा नहीं दिख रहा।
वायरल हो रहा वीडियो फर्जी
वीडियो के संबंध में जब स्वामी चिन्मयानंद के प्रवक्ता अधिवक्ता ओम सिंह से बात की गई तो उन्होंने इसे फर्जी बताया। कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है वह 31 जनवरी 2014 में बनाया गया है, जबकि छात्रा एक साल से शारीरिक शोषण का आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि इस वीडियो की सत्यता की जांच होनी चाहिए। इसमें एडिटिग हुई है। फॉरेंसिक जांच में सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।
हास्टल की तलाशी के वक्त छात्रा के साथ परिजन भी रहे मौजूद
हास्टल में पहुंचने के बाद एसआइटी छात्रा के कमरे में लगभग सात घंटे से ज्यादा देर तक रही। छात्रा व उसके परिजनों की मौजूदगी में पूरा कमरा खंगाला गया। एक-एक चीज को बारीकी से देखा और उसके बारे में पूछा। इसके बाद टीम ने कमरे को दोबारा सील कर दिया। ताकि कोई साक्ष्यों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचा सके।
दरअसल छात्रा ने एक दिन पहले मीडिया से बात के दौरान अपने पास पुख्ता साक्ष्य होने की बात कहते हुए सही समय पर सामने लाने की बात कही थी। उसके पिता ने सोमवार को बताया था कि कमरे में कैमरा व चश्मा आदि हैं। 24 अगस्त को वायरल किए गए वीडियो में छात्रा ने भी हास्टल के कमरे में साक्ष्य होने की बात कही थी। इसीलिए छात्रा से पूछताछ व स्वामी पर दुष्कर्म के आरोप के बाद एसआइटी पूर्वाह्न लगभग साढ़े 11 बजे कालेज पहुंची। छात्रा के अलावा उसके पिता को भी बुलाया गया। उनके आने पर हास्टल में छात्रा व उसके परिजनों के सामने कमरे पर लगे ताले पर पुलिस की सील तोड़ी गई। कालेज का संबंधित स्टाफ, वार्डन भी मौजूद थे। फॉरेंसिक टीम के अलावा फिगर प्रिट एक्सपर्ट आदि ने भी अपनी जांच से संबंधित साक्ष्य जुटाए। शाम लगभग सात बजकर 40 मिनट तक टीम हास्टल में रही।
प्लाई बोर्ड से सील किया कमरा
टीम ने छात्रा के कमरे व बाथरूम को दोबारा सील कर दिया। दोपहर में टीम ने वहां पर प्लाई बोर्ड के बड़े पीस मंगवाए थे, जिनकी मदद से कमरे की खिड़कियों को भी बंद करा दिया। ताकि किसी भी तरह से कमरे या वहां रखे अन्य सामान को नुकसान पहुंचाकर साक्ष्य या जांच को प्रभावित न किया जा सके।
आज हो सकती स्वामी से पूछताछ
स्वामी चिन्मयानंद आश्रम में ही मौजूद रहे, लेकिन एसआइटी ने उनसे पूछताछ नहीं की। छात्रा व उसके परिजनों के बयान हो चुके हैं। एसआइटी के पास कुछ सुबूत भी पहुंच चुके हैं। एसआइटी हॉस्टल में भी पड़ताल कर चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब स्वामी को बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
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स्वामी चिन्मयानंद से संबंधित क्या वीडियो वायरल हुआ है मुझे जानकारी नहीं है। मैं दिन भर मोहर्रम की सुरक्षा व्यवस्था देखने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में रहा हूं। इस बारे में कुछ नहीं बता सकता।
-डा. एस चिनप्पा, एसपी