फर्जी रजिस्ट्रेशन पर चला रहे थे बोलेरो, दो गिरफ्तार
फर्जी रजिस्ट्रेशन पर चल रहीं दो बोलेरो को पुलिस ने पकड़ लिया। दोनों गाड़ियों को सीज कर उनके चालकों को जेल भेजने के साथ ही जांच शुरू कर दी है।
जेएनएन, मिर्जापुर, शाहजहांपुर : फर्जी रजिस्ट्रेशन पर चल रहीं दो बोलेरो को पुलिस ने पकड़ लिया। दोनों गाड़ियों को सीज कर उनके चालकों को जेल भेजने के साथ ही जांच शुरू कर दी है।
एसओ दिलीप सिंह भदौरिया ने बताया कि रात करीब साढ़े दस बजे एसआइ रामायण सिंह को जलालाबाद की ओर से आ रही दो बोलेरो गाड़ियों में फर्जी नंबर प्लेट लगी होने की सूचना मिली। उन्होंने जरियनपुर ढाई चौराहे से सौ मीटर दूर शमसाबाद रोड पर दोनों गाड़ियों को रुकवा लिया। उसके बाद चालक समेत दोनों को थाने ले आए। क्षेत्र के पृथ्वीपुर गांव निवासी चालक धर्मेद्र यादव व कमलेश यादव से कागज मांगे तो दोनों ने फोटो स्टेट कॉपी दे दीं। दोनों के रजिस्ट्रेशन नंबरों की परिवहन विभाग के एप पर जानकारी की तो गाड़ी धर्मेंद्र की गाड़ी का रजिस्ट्रेशन जरियनपुर के सत्यप्रकाश के नाम पर निकला, जबकि कमलेश की गाड़ी का रजिस्ट्रेशन फर्रुखाबाद के कम्पिल थाना क्षेत्र के मोहद्दीनपुर गांव निवासी सुरेंद्र यादव के नाम पर था। धर्मेंद्र व कमलेश ने पुलिस को बताया कि दोनो ने वर्ष 2015 में शाहजहांपुर में एक एजेंसी से गाड़ियां खरीदी थीं। उनके सेल लेटर खो गए थे, जिसके बाद उन लोगों ने दूसरी गाड़ियों के नंबर अपनी गाड़ी पर डाल दिए।
ऐसे किया फर्जीवाड़ा
धर्मेंद्र ने बताया कि सत्यप्रकाश ने अपनी गाड़ी के कागज लगाकर उसके भाई परवेंद्र की जमानत करायी थी। उसी समय उसने गाड़ी के कागज चुपचाप फोटो स्टेट कागज अपने पास रख लिए थे और उसकी गाड़ी के नंबर अपनी गाड़ी पर डलवा लिए। कमलेश ने बताया कि उसको गाड़ी खरीदने के समय सेल लेटर दिया गया था, जो उससे गुम हो गया। सुरेंद्र सिंह की ससुराल उसके गांव के मंगली के घर में है। जिनका बेटा शरद यादव निवासी मोहद्दीनपुर थाना कम्पिल जिला फर्रुखाबाद गांव बोलेरो लेकर आता था। उसने काफी समय पहले शरद की आरसी की फोटो अपने मोबाइल में लेकर उसकी कॉपी निकलवा ली थी। अपनी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। जलालाबाद में सुरेंद्र सिंह की गाड़ी के नंबर अपनी गाड़ी में डलवा दिए। दोनों ने सोचा कि अगर गाड़ी से कभी कोई एक्सीडेंट भी हुआ तो सुरेंद्र का नाम ही सामने आएगा। दोनो गाडियों को सीज कर दिया गया है। पकड़े गए कमलेश व धर्मेंद्र को फर्जीवाड़े में जेल भेजा जा रहा है। दोनो ही गाडियों के सम्बंध में एजेंसी से भी जानकारी जुटाई जा रही है।
दिलीप सिंह भदौरिया, एसओ