शौचालएं ऐसे, जहां बिक रहे छोले-भटूरे से लेकर चाय-समोसे
जेएनएन, शाहजहांपुर : स्वच्छ भारत अभियान के तहत महानगर में लाखों रुपये का बजट खर्च करके नगर निगम ने शौचालय बनवाए। ताकि सार्वजनिक स्थान पर आने जाने वाले लोगों को दिक्कत न हो, लेकिन निगम प्रशासन की लापरवाही के कारण इनमें से अधिकांश शौचालय प्रयोग नहीं हो पा रहे हैं। कइयों पर ताले लटके हुए हैं। इनके बाहर छोले भटूरे व चाय समोसे बिक रहे हैं। जबकि कुछ शौचालय ऐसे स्थान पर बनवा दिए गए हैं जो लोगों को नजर ही नहीं आते।
राजकीय इंटर कालेज से लोदीपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर करीब एक साल पहले शौचालय बनवाया गया था। लेकिन उसका प्रयोग अभी तक शुरू नहीं हो सका। ऐसे में शौचालय के गेट पर ठेला लगाकर छोले-भटूरे व समोसे बनना शुरू हो गए। पहले तो लोग यहां आने से बचते है लेकिन शौचालय में ताला लटका देख ठेले के पास लोग पहुंच ही जाते है।
एसपी इंटर कालेज के पुराने भवन के पास बने शौचालय के गेट पर ही चाय व पान-पुडिया बेची जा रही है। कुछ समय पहले तो इस शौचालय के अंदर ही चाय बनाई जा रही थी। लेकिन लोगों की शिकायत के बाद कुछ दिन के लिए यह खाली कर दिया गया था लेकिन अब फिर दुकान सज गई है।
राजघाट पुलिस चौकी के सामने तीन साल पहले महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय बनवाए गए थे। लेकिन अभी तक यहां ताले लटक रहे है। जबकि इस मार्ग से लोग राजकीय मेडिकल कालेज जाते है। इसके अलावा कुछ दूरी पर ही गांधी पार्क बना है। जहां लोग बड़ी संख्या में लोग पहुंचते है। यहां भी दुकानें लग रही है।
जेल रोड स्थित नाले के पास बनाया गया शौचालय तो लोगों को सड़क से दिखाई तक नहीं देता है। जिस वजह से नाम मात्र लोग ही यहां पहुंचते है। इसी तरह कई अन्य शौचालय भी नगर निगम की ओर से बनाए गए है जो बहुत से लोगों को पता तक नहीं चलते है।
शहीद उद्यान पार्क के पास बना आधुनिक शौचालय भी शो पीस मात्र है। कोने में होने की वजह से बहुत से लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। इसके अलावा ज्यादातर यहां भी ताला ही लटका रहता है। जबकि इस शौचालय को वातानुकूलित बनाकर लाखों रुपये खर्च किए गए थे।
सफाई पर भी नहीं दिया जा राह ध्यान
कहने को तो नगर निगम प्रशासन शौचालयों की हर दिन सफाई कराने का दावा करता है लेकिन उसके बाद भी उसमे गंदगी की भरमार रहती है। कई शौचालयों में पानी तक की व्यवस्था नहीं कराई जा सकी।
सार्वजनिक शौचालय के संचालन के लिए संस्थाओं से संपर्क साधा जा रहा है, ताकि उनकी देखरेख बेहतर ढंग से हो सके। ऐसे लोगों को शौचालय का ऊपरी हिस्सा उनके रोजगार के बढ़ाने के लिए आवंटित किया जाएगा। जिन लोगों ने शौचालयों के सामने कब्जा कर रखा है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।
संतोष शर्मा, नगर आयुक्त