किसानों के आंदोलन की निगरानी करने पहुंचे नोडल अधिकारी
लखीमपुर प्रकरण को लेकर भारतीय किसान यूनियन का टिकैत गुट मंगलवार को विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। कई अन्य किसान संगठनों के भी इसमे शामिल होने की संभावना है। ऐसे में सरकार ने प्रदेश के 20 पुलिस के अधिकारियों को किसान आंदोलन व त्योहारों को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए नोडल अधिकारी नामित किया है। जिसमें वूमेन पावर लाइन 1090 के पुलिस उप महानिरीक्षक रविशंकर छवि को शाहजहांपुर का नोडल अधिकारी बनाया गया
जेएनएन, शाहजहांपुर : लखीमपुर प्रकरण को लेकर भारतीय किसान यूनियन का टिकैत गुट मंगलवार को विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। कई अन्य किसान संगठनों के भी इसमे शामिल होने की संभावना है। ऐसे में सरकार ने प्रदेश के 20 पुलिस के अधिकारियों को किसान आंदोलन व त्योहारों को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए नोडल अधिकारी नामित किया है। जिसमें वूमेन पावर लाइन 1090 के पुलिस उप महानिरीक्षक रविशंकर छवि को शाहजहांपुर का नोडल अधिकारी बनाया गया। सोमवार को रविशंकर छवि शाहजहांपुर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले एसपी एस आनंद से गेस्ट हाउस में वार्ता कर जिले के किसान संगठनों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पुवायां तहसील क्षेत्र को फोकस करते हुए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम रखने के निर्देश दिए। मंगलवार सुबह वह खुद भी बंडा व खुटार क्षेत्र में पहुंचेंगे। पंचायत में पहुंचे सीओ
बंडा के गुरुद्वारे में किसान नेताओं की पंचायत हुई। जिसमे पुवायां के सीओ बीएस वीर कुमार व प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार भी पहुंचे। उन्होंने किसान नेताओं से बात कर लखीमपुर जाने के बजाय जिले में ही अपने कार्यक्रम करने के लिए कहा। जबकि किसान पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत लखीमपुर जाने की जिद पर अड़े है। निरस्त किए गए अवकाश
12 अक्टूबर के अलावा भी किसान यूनियन के आंदोलन प्रस्तावित है। इसके अलावा दशहरा भी आ रहा है। ऐसे में एसपी एस आनंद ने पुलिसकर्मियों के अवकाश 18 अक्टूबर तक के लिए निरस्त कर दिए है। सोमवार को एएसपी सिटी संजय कुमार के पास तमाम पुलिसकर्मी अवकाश स्वीकृत कराने पहुंचे लेकिन सभी को वापस कर दिया गया। फोटो : 11एसएचएन 27
यूनियन के ज्यादातर पदाधिकारी लखीमपुर पहुंच चुके है। मंगलवार को भी जिले से किसान वहां पहुंचेंगे। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को मंत्रीमंडल से बर्खास्त किया जाए। क्योंकि मंत्री रहते हुए निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है।
अजीत सिंह, तराई अध्यक्ष उप्र-उत्तराखंड
फोटो : 11एसएचएन 28
किसान नेताओं से वार्ता चल रही है। उनसे जिले में ही अपने कार्यक्रम करने के लिए कहा जा रहा है। कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए सहयोग का पूरा भरोसा भी किसान नेताओं से मिला है। फिर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए है।
एस आनंद, एसपी