मंदिरों में जलाभिषेक, पुलिस ने हटवाई दुकानें
सावन के तीसरे सोमवार पर शहर से लेकर गांव तक शिवालयों में पुलिस का पहरा रहा। श्रद्धालुओं ने दस गज की दूरी से जलाभिषेक किया। गंगा जल दूध बिल्वपत्र भांग धतूरा आदि सभी पूजन सामग्री मंदिरों के बाहर से ही शिवलिग को अर्पण कर दी।
जेएनएन, शाहजहांपुर : सावन के तीसरे सोमवार पर शहर से लेकर गांव तक शिवालयों में पुलिस का पहरा रहा। श्रद्धालुओं ने दस गज की दूरी से जलाभिषेक किया। गंगा जल, दूध बिल्वपत्र भांग धतूरा आदि सभी पूजन सामग्री मंदिरों के बाहर से ही शिवलिग को अर्पण कर दी। बाबा विश्वनाथ, संकट मोचन, बनखंडी नाथ, चौकसी आदि शिवालयों के बाहर पुलिस ने प्रसाद समेत पूजन सामग्री की दुकानें नहीं लगने दी। इससे मंदिरों के बाहर भी रौनक फीकी रही।
कोरोना संक्रमण देख मंदिरों में सावन के तीसरे सोमवार पर भी मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिला। दस फिट दूर लगे पाइप से श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।
बनखंडी नाथ मंदिर में सुबह भक्तों ने शिवार्चन किया। यहां भी श्रद्धालु कम आए। हर जगह फिजिकल डिस्टेंस बनी रही। पुलिस ने भी श्रद्धालुओं को टोका। अधिकांश श्रद्धालु मास्क के साथ पहुंचे। बिना मास्क के भक्तों को पुलिस ने मंदिर जाने से रोक दिया। शहर में मंदिरों के बाहर पुलिस ने पूजन सामग्री की दुकानें नहीं लगने दी। भैंसटा कला मंदिर में पुलिस ने नौ बजे बाद पूजन सामग्री की दुकानें हटवा दीं। इससे श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना को परेशान होना पड़ा। हर बार सावन में बेल पत्री, भांग, धतूरा बेचकर कर 500 से हजार रुपये तक कमा लेते थे। इस पुलिस ने दुकान नहीं लगने दी। इससे धंधा चौपट हो गया।
तुषार सैनी
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कोरोना से बचना जरूरी है। कमाई तो कभी भी कर लेंगे। घरों में नियमित ग्राहक है। बिल्वपत्र, फूल, भांग व धतूरा की पुडिया़ भिजवाकर आमदनी हो जाती है।
प्रदीप कुमार