राहत के भंडार गृह में दुश्वारियों की भरमार
जेएनएन, शाहजहांपुर : बिजली को विकास व राहत का पर्याय माना जाता है। ऐसा है भी। जबसे जनपद में बिजली उत्पादन बढ़ा, कई नई औद्योगिक इकाइयां लगी। बेहतर आपूर्ति मिलने पर 23 हजार से अधिक निजी नलकूप लग गए। बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए बाइबाग स्थित कालोनी में विद्युत भंडार गृह स्थापित कर दिया गया। लेकिन वर्तमान में इस भंडार गृह में दुश्वारियों व समस्याओं की भरमार है। यहां उपभोक्ताओं को कनेक्शन के लिए सामान तक नहीं मिल पा रहा है।
जनपद में नहर सीमित है। वर्षा भी नहीं हो रही है। इस कारण किसानों के लिए एकमात्र सिंचाई का सहारा नलकूप है। इंजन बोरिग से सिंचाई महंगी पड़ती। बिजली से सस्ती। लेकिन नलकूप के लिए सामान नहीं मिल पा रहा है।
आज आ सकती राहत की खेप
जनपद में 435 नए बिजली कनेक्शन के लिए 25 केवीए ट्रांसफार्मर समेत बिजली उपकरणों की दरकार है। लेकिन सामान की कमी बनी हुई है। सोमवार को भी किसान ट्रांसफामरों की खेप का इंतजार करते रहे। लेकिन किसानों मायूस होना पड़ा।
तीन पूर्व सामान्य योजना में नलकूप के लिए आवेदन किया था। लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं मिला। आठ माह पूर्व पूरा भुगतान किया। इसके बावजूद ट्रांसफार्मर समेत उतकरण नहीं मिले। बोरिंग भी करा चुका हूं।
रामौतार शर्मा, मरुआझाला
दो महीने पहले आवेदन किया था। पैसा भी जमा कर दिया। लेकिन अभी ट्रांसफार्मर समेत सामान नहीं मिल पाया है। धान की फसल सूख रही है।
प्रमोद कुमार, रम्पुरा
25 केवीएम के 400 ट्रांसफार्मर की अत्यंत जरूरत है। डिमांड भी भेजी गई। आपूर्ति कम होने की वजह से दिक्कत है। अगले माह तक समस्या दूर हो जाएगी।
शैलेंद्र कुमार, सहायक अभियंता