लिल्लीघोड़ी के बच्चे चार, पत्नी को स्वरूप से प्यार
सुमित कश्यप, योग्यता कक्षा - पांच, लेकिन चहेता कई जिलों का।
शाहजहांपुर : सुमित कश्यप, योग्यता कक्षा - पांच, लेकिन चहेता कई जिलों का। दरअसल वह राजस्थानी लोककला को जी रहा है। लिल्लीघोड़ी के स्वरूप में नृत्य से सुमित सभी का मनमोह कर आंखों का तारा बन गया है। शहर के चित्रा टाकीज के पास के रहने वाले सुमित के अंदाज और नृत्य की उनकी पत्नी भी दिवानी है। वह खुद पति का मेकअप करती। शुक्रवार को कालीबाड़ी मंदिर से निकली दुर्गा विसर्जन शोभायात्रा में सुमित लिल्लीघोड़ी नृत्य से आकर्षण का केंद्र बने रहे। नवचेतना कला परिषद के कलाकार सुमित ने सात साल पूर्व ही विधा को सीखा। सात हजार में लिल्लीघोड़ी का स्वरूप तैयार करने के यू ट्यूब के वीडियो से बारीकियां समझी। अब वह लिल्लीघोड़ी नृत्य के मास्टर हो गए है। रात में चमक के लिए जिस्म में बैटरी बांधकर उसका कनेक्शन लिल्लीघोड़ी से जोड़कर ²श्य व नृत्य को और आकर्षक बना देते हैं।