गन्ना किसानों की खुशहाली को तैयार हो रही कुंडली
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : गन्ना विकास विभाग इस बार किसानों की खुशहाली के लिए कु
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : गन्ना विकास विभाग इस बार किसानों की खुशहाली के लिए कुंडली तैयार कर रहा है, वह भी किसानों के हाथों से। प्रदेश भर में इसका प्रभाव भी दिखाई देने लगा है। गन्ना सहकारी समितियों पर सुबह से शाम तक घोषणा पत्र भरने के लिए किसानों की भीड़ जुट रही है। किसान गन्ना सट्टा के लिए खेती का रकबा, गन्ना प्रजाति व बुवाई की तिथि समेत पूरा ब्योरा दर्जन करने के साथ आधार संख्या व बैंक खाता भी दर्ज फीड करा रहे हैं।
माफिया पर लगाम को लागू की नई व्यवस्था
गन्ना समर्थन मूल्य में वृद्धि के साथ ही उपज दर में इजाफा होने से चीनी मिलों को जून तक गन्ना पेराई को विवश होना पड़ा। जिन किसानों के नाम से सट्टा नहीं था, उनसे माफिया ने खरीद कर मोटी कमाई के साथ बेसिक कोटा भी मजबूत कर लिया। माफियागिरी की भनक लगने पर गन्ना आयुक्त व प्रमुख सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने गन्ना सट्टा के साथ घोषणा पत्र अनिवार्य कर दिया।
इसलिए जरूरी हुई घोषणापत्र रूपी कुंडली जांच में तमाम किसानों के फर्जी सट्टा सामने आए। कुछ के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ। एक ही समय में एक ही गाटा संख्या की जमीन पर धान, गन्ना, गेहूं की फसल दर्शाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की कोशिश के मामले भी सामने आए। पुवायां में कई किसानों ने सरकारी खरीद केंद्रों पर गेहूं बेंचने में जिस खतौनी का प्रयोग किया, उसी जमीन पर गन्ना दिखाकर चीनी मिल को गन्ना की आपूर्ति की। गन्ना आयुक्त ने इसी तरह की खामियों को दूर करने तथा किसानों की खुशहाली के लिए आधार कार्ड, खतौनी के साथ सट्टा में घोषणा पत्र अनिवार्य कर दिया।
डा. खुशीराम, डीसीओ फैक्ट प्रोफाइल
कुल गन्ना किसान : 1.5 लाख
गन्नाआपूर्ति कृषक : 1.30 लाख
कुल रकबा : 84 हजार हेक्टेयर
घोषण पत्र भरने वाले किसान : 50 हजार
घोषणा पत्र के लिए शेष कृषक : एक लाख