किराना पर साल में एक बार दाखिल हो जीएसटी
किराना व्यापारी प्रति माह जीएसटी फार्म दाखिल करने से आहत है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : किराना व्यापारी प्रति माह जीएसटी फार्म दाखिल करने से आहत है। सभी का एक स्वर से कहना है कि सरकार को बजट में आमजन से जुड़े किराना कारोबार को साल में एक बार जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की सुविधा देनी चाहिए। इससे कारोबार भी बढ़ेगा और अनावश्यक खर्च भी कम होगा।
जनपद में करीब 25 हजार किराना कारोबारी है। इनमें पांच हजार के करीब पंजीकृत है। जो हर माह जीएसटी रिटर्न दाखिल करते हैं। आगामी बजट में व्यापारी राहत की उम्मीद संजोए है। हर प्वाइंट पर जीएसटी लगाने को अनुचित मान रहे हैं। जीएसटी रिटर्न 3 बी हर माह दाखिल करना है। जीएसटी आर 1 तीन माह में दाखिल करना होता है। जीएसटी में भी वैट की तरह हर प्वाइंट पर टैक्स लगेगा। रिटर्न दाखिल करने डिफरेंस वापस मिल जाएगा। जीएसटी लागू किराना व्यापार पहले के सापेक्ष आसान हो गया है। यूपी के बाहर से भी अब सामान लाकर आसान से कारोबार किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन कराने पर कारोबारियों को फायदा ही मिलता है। दस लाख रिस्क कवर के साथ अन्य सुविधाएं भी मिलती है।
श्रीपाल उपायुक्त - वाणिजय कर 40 लाख टर्नओवर तक वाले कारोबारी जीएसटी से मुक्त हैं। लेकिन फिर भी उन्हें हर माह जीएसटी रिटर्न का फार्म दाखिल करना पड़ता है जो अनुचित है। साल में एक बार जीएसटी की व्यवस्था होनी चाहिए।
दिनेश चंद्र हर माह जीएसटी दाखिल करने पर वकील का अनावश्यक खर्च आता है। समय भी बर्बाद होता है। बजट में आमजन से जुड़े किराना कारोबार पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अनिल गुप्ता ऑनलाइन कारोबार बढ़ रहा है। माल को बढ़ावा दिए जाने से भी छोटे किराना व्यापारी परेशान है। सरकार को जीएसटी में राहत देकर युवाओं को किराना कारोबार की ओर प्रेरित करना चाहिए।
शिवम कुमार जीएसटी की वजह से बाजार में मंदी है। छोटा कारोबारी परेशान है। जिसके पास कोई कारोबार नहीं होता वह किराना की दुकान खोल लेता है। सरकार को किराना कारोबार के लिए बजट में राहत की व्यवस्था करनी चाहिए।
रितेश कुमार फैक्ट फाइल
- 8800 पंजीकृत है कुल व्यापारी जिले में
- 25 हजार के करीब गली मुहल्लों तक है किराना की दुकान