बोले कर्मचारी, राशन नहीं मिलेगा तो क्या मर जाओगी..
आचार संहिता लागू होने के बाद डीएम चुनाव प्रक्रिया में क्या व्यस्त हुए अधीनस्थ अभद्रता करने लगे।
जेएनएन, शाहजहांपुर : आचार संहिता लागू होने के बाद डीएम चुनाव प्रक्रिया में क्या व्यस्त हुए उनके अधीनस्थ तो मनमानी करने में उतारू हो गए। आरोपों से घिरे रहने वाले पूर्ति विभाग का हाल तो सबसे ज्यादा खराब है। यहां आने वाले फरियादियों की समस्या का निस्तारण तो दूर की कौड़ी है। यहां तो फरियादियों से अभद्र व्यवहार किया जा रहा है।
गुरुवार को खुटार ब्लाक की रामदेवी कार्यालय के बाहर खड़ी रो रही थीं। पूछने पर बताया कि उनका राशन कार्ड सिधौली से खुटार के लिए स्थानांतरित होना है। कई महीनों से कार्यालय के चक्कर काट रही हैं। आने जाने में रुपये खर्च होते हैं, पर कोई सुनने को तैयार नहीं। जब उन्होंने कार्ड का स्थानांतरण करने का आदेश की बात कही तो इन्कार कर दिया गया। साथ ही कर्मचारियों ने ये तक कह दिया कि राशन नहीं मिलेगा तो क्या मर जाओगी। उन्होंने बताया कि जो कागज साथ में लाई थीं वे भी फाड़ दिये गये।
कार्यालय के बाहर रामदेवी की तरह कई अन्य लोग भी अपनी समस्या लेकर आये थे, लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा था। गेट पर तैनात होमगार्ड प्रार्थना पत्र लेकर वहीं से लोगों को बैरंग कर रहे थे। जानकारी करने पर पता चला कि प्रभारी जिलापूर्ति अधिकारी वेदपाल न्यायालय से संबंधित कार्य से बाहर गए हैं। जो पूर्ति निरीक्षक अंदर हैं वह किसी ने नहीं मिल रहे।
वर्जन:
वास्तव में शाहजहांपुर के पूर्ति कार्यालय में दिक्कत हैं। इस बावत उच्चाधिकारियों को भी पत्र भेजे जा चुके हैं। कर्मचारी अगर अभद्र व्यवहार करते हैं तो सीधे हमसे शिकायत करें, कार्रवाई होगी।
राजन गोयल, उपायुक्त पूर्ति विभाग