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खाद्यान्न गड़बड़ी की एसआइटी ने शुरू की जांच, डीएसओ से कब्जे में लिए अभिलेख

खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल एसआइटी ने जांच शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 12:12 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 06:05 AM (IST)
खाद्यान्न गड़बड़ी की एसआइटी ने शुरू की जांच, डीएसओ से कब्जे में लिए अभिलेख
खाद्यान्न गड़बड़ी की एसआइटी ने शुरू की जांच, डीएसओ से कब्जे में लिए अभिलेख

जेएनएन, शाहजहांपुर : खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल एसआइटी ने जांच शुरू कर दी है। टीम के प्रभारी निरीक्षक ने यहां पहुंचकर जिला पूíत अधिकारी से जानकारी ली। उन्होंने इससे संबंधित अभिलेख भी जांच के लिए कब्जे में ले लिए। हालांकि इसके अलावा किसी से पूछताछ नहीं की गई।

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पिछले दिनों शासन में शिकायत हुई थी, जिसमें रद्द हो चुके राशन कार्डों पर खाद्यान्न वितरण के आरोप लगे थे। प्रदेश के करीब 14 जिलों में इस तरह की गड़बड़ी की जानकारी सामने आई थी, जिसमें शाहजहांपुर भी शामिल था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर विशेष जांच दल एसआइटी का गठन किया गया था। गुरुवार को एसआइटी के प्रभारी निरीक्षक विनोद त्रिपाठी शाहजहांपुर के रोजा मंडी के गेस्ट हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने जिलापूíत अधिकारी पूरन सिंह चौहान को बुलाकर खाद्यान्न वितरण में हुई गड़बड़ी के बारे में जानकारी ली। उनसे इससे संबंधित अभिलेख भी मांगे। चौहान की ओर से उपलब्ध कराए गए अभिलेखों को प्रभारी निरीक्षक साथ ले गए।

पुवायां क्षेत्र के ज्यादा कार्ड

जिले में 413 राशन कार्डों के खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी का आरोप है। सबसे ज्यादा मामले पुवायां तहसील क्षेत्र से हैं। यहां की 62 दुकानों के करीब 257 राशन कार्ड बताए जा रहे हैं। जबकि शेष कार्ड अन्य तहसीलों के ग्रामीण क्षेत्रों के हैं।

पूíत विभाग में मची रही खलबली

एसआइटी के जिलापूíत विभाग कार्यालय में भी आने की उम्मीद जताई जा रही थी। ऐसे में अधिकारी व कर्मचारी सुबह से रिकार्ड दुरस्त करने में जुटे रहे, लेकिन प्रभारी निरीक्षक गेस्ट हाउस से ही वापस हो गए। माना जा रहा है कि अभिलेखों की जांच करने के बाद एसआइटी यहां पर फिर से आ सकती है। संबंधित कोटेदारों व उपभोक्ताओं से पूछताछ कर सकती है

13 मई को सामने आया था मामला

तत्कालीन डीएम अमृत त्रिपाठी ने जांच कराई थी, जिसमें ई पॉश मशीन के माध्यम से 89 हजार 294 ऐसे राशन कार्ड पकड़ में आए थे, जिनमें आधार नंबर से गलत थे। 13 मई को इस संबंध में डीएम ने जिला पूíत अधिकारी से जवाब तलब किया था, जिसके बाद कार्डों में आधार कार्ड की सीडिग कराकर इसे ठीक कराया गया था, लेकिन 413 कार्ड रह गए थे।

ये लिए गए रिकार्ड

- एमआइएस रिपोर्ट माह जुलाई 2019 से सितंबर 2019 तक।

- प्रकरण से संबंधी कोटेदारों को माह जुलाई से सितंबर तक का स्टाक व वितरण रजिस्टर

- माह जुलाई से सितंबर तक उठाए गए खाद्यान्न के ब्लॉक गोदाम का वितरण रजिस्टर

- प्रकरण से संबंधी कोटेदारों को माह जुलाई से सितंबर माह तक का खाद्यान्न आवंटन

- राशन कार्डों का माहवार विवरण व कुल राशन कार्डों की संख्या तथा निरस्त राशन कार्ड धारकों की सूची

- जुलाई से सितंबर माह तक निरस्त राशन कार्ड

- माह अगस्त 2019 में निरस्त कार्डों के सापेक्ष वितरित किए गए खाद्यान्न के गलत वितरण के उत्तरदायी कर्मियों का नाम, पद, वर्तमान नियुक्ति का पता व विवरण

- माह अगस्त 2019 में निरस्त कार्डों के सापेक्ष वितरित किए गए खाद्यान्न की कुल शासकीय क्षति। फोटो : 12एसएचएन 25

खाद्यान्न वितरण में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। जिन 413 राशन कार्डों के खाद्यान्न वितरण की जांच हो रही है। उनमें सीडिग न होने की वजह से आधार कार्ड का सत्यापन कराकर कोटेदारों ने खाद्यान्न का वितरण किया था। संबंधित उपभोक्ताओं के अंगूठे भी लगे है। एसआइटी के प्रभारी निरीक्षक ने जो भी अभिलेख मांगे थे उन्हें दे दिए गए।

पूरन सिंह चौहान, जिलापूíत अधिकारी


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