Shahjahanpur News : फर्जी दस्तावेजों से यूपी पुलिस में हासिल की थी नौकरी, सीओ ने पहुंचा दिया जेल
एसपी ने बताया कि भर्ती के समय हर्ष की उम्र एक वर्ष अधिक हो चुकी थी। इसलिए उसने उम्र कम करने के लिए आधार कार्ड शैक्षिक प्रमाण पत्र परिवार रजिस्टर आदि में संशोधन कर इसे घटा दिया था। आरोपित को जेल भेज दिया गया है।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : फर्जी अभिलेख के आधार पर नौकरी पाने वाले सदर थाने के सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उसके विरुद्ध दो वर्ष पूर्व प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से जांच चल रही थी। आरोपित बुलंदशहर जिले का रहने वाला है।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद थाना क्षेत्र के गेसूपुर गांव निवासी हर्ष बैरवाल वर्ष 2018 में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था। पहली तैनाती शाहजहांपुर के निगोही थाने में मिली थी। तीन साल बाद 2021 में बुलंदशहर के ही प्रेमपाल सिंह के नाम के युवक ने आइजीआरएस पर शिकायत करते हर्ष पर फर्जी अभिलेख के जरिए नौकरी करने का आरोप लगाया था।
इस प्रकरण की जांच तत्कालीन सीओ सदर महेंद्र सिंह ने की तो आरोप सही मिले, जिसके आधार पर उसके विरुद्ध निगोही थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया था। वर्तमान में सीओ सदर अमित चौरसिया इसकी विवेचना कर रहे थे।
इस बीच 25 फरवरी 2023 को हर्ष को सदर बाजार थाने में तैनाती दे दी गई थी। एसपी एस आनंद ने बताया कि सोमवार को सीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी, जिसमें उसके अभिलेख फर्जी होने के आरोप सही बताए। उन्होंने बताया कि इसके आधार पर हर्ष को सदर क्षेत्र में ही पेट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार करा लिया।
एसपी ने बताया कि भर्ती के समय हर्ष की उम्र एक वर्ष अधिक हो चुकी थी। इसलिए उसने उम्र कम करने के लिए आधार कार्ड, शैक्षिक प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर आदि में संशोधन कर इसे घटा दिया था। आरोपित को जेल भेज दिया गया है।