Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दूसरों को ईसाई बनाकर लाखों कमाता रहा 'भट्ठा मजदूर', शाहजहांपुर में 8 साल पहले शुरू किया मिशन मतांतरण

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 07:25 PM (IST)

    शाहजहांपुर में मिशन मतांतरण रैकेट में शामिल हेमराज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। आठ साल पहले भट्ठे पर मजदूरी करने वाला हेमराज ईसाई मिशनरी के संपर्क में आकर मतांतरण का जाल बुनने लगा। उसे मोटी रकम मिलती थी जिससे उसने दो मंजिला मकान बनवाया। पुलिस को आशंका है कि उसे दूसरे प्रदेशों से फंडिंग होती थी। हेमराज प्रार्थना सभा की आड़ में मतांतरण कराता था।

    Hero Image
    शाहजहांपुर में चल रहा था 'मिशन मतांतरण' रैकेट।

    जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। जिले में 'मिशन मतांतरण' रैकेट का हिस्सा बने हेमराज के विरुद्ध भी सोमवार को प्राथमिकी लिख ली गई। वह आठ वर्ष पहले भट्ठे पर मजदूरी करता था मगर ईसाई मिशनरी के संपर्क में आकर मतांतरण का जाल बुनने लगा। बदले में उसे मोटी रकम मिलती थी। उसने दो मंजिला मकान बनवाया और सुविधाएं भी जुटा लीं। रोजगार न व्यापार, इसके बावजूद उसके खर्च देखकर पड़ोसियों का भी माथा ठनका था। पुलिस आशंका जता रही कि उसे दूसरे प्रदेशों से फंडिंग होती थी, इसके लिए उसके बैंक खातों का ब्योरा मांगा गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चेना रुरिया गांव में हेमराज ने अपने मकान में सभागार भी बनाया था। इसमें रविवार को प्रार्थना सभा की आड़ में मतांतरण होता था। वह खुद को पथ प्रदर्शक बताते हुए आर्थिक कमजोर एवं बीमार लोगों को सभा में बुलाता था। उन्हें कुछ रुपये देकर ईसाई बनने को कहता था। बीमारी दूर होने के चमत्कार की काल्पनिक कहानियां सुनाता था।

    रविवार को हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कई कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए थे। उन्होंने मतांतरण का आरोप लगाया तो हेमराज की अनुयायी महिलाएं भिड़ गई थीं। बाद में पुलिस पहुंची और हेमराज को थाने ले गई। उसके विरुद्ध राघवेंद्र ने तहरीर दी थी।

    एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि हेमराज के विरुद्ध उप्र विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन संप्रेषण अधिनियम की धारा 3 के अंतर्गत प्राथमिकी लिखी गई है। इसमें सात वर्ष से कम सजा का प्रविधान होने के कारण उसका शांतिभंग में चालान किया गया है। उसके बैंक खातों की जांच कराई जा रही, ताकि फंडिंग की प्रमाणित जानकारी हो सके। यह भी जांच कराई जा रही कि उसने अब तक कितने लोगों को मतांतरित किया। कई ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए हैं।

    13 दिन में पांचवीं प्राथमिकी, तमिलनाडु से जुड़ चुके तार

    जिले के ग्रामीणों को प्रलोभन देकर ईसाई बनाने का रैकेट गांवों तक पसर चुका। बीते 13 दिनों में पांच अलग स्थानों पर इसका भंडाफोड़ होने के बाद पांच प्राथमिकी लिखी जा चुकी हैं। इनमें शामिल पद्मनाभन व उसकी पत्नी किरन को तमिलनाडु की ईसाई मिशनरी से फंडिंग होने के प्रमाण मिल चुके हैं।

    यह भी पढ़ें- Sitapur Conversion Case: लखीमपुर के पादरी समेत सात पर मुकदमा, मतांतरण के लिए प्रलोभन देने का लगा था आरोप