कोरोना से बचकर रहना, बता गई विशेष बंदी
बेशक सोमवार सुबह विशेष प्रतिबंध हट जाएगा लेकिन सरकार ने बंदी से सावधान किया है कि यदि कोरोना से बचना है तो शारीरिक दूरी बनाकर रहना होगा।
जेएनएन, शाहजहांपुर : बेशक सोमवार सुबह विशेष प्रतिबंध हट जाएगा, लेकिन सरकार ने बंदी से सावधान किया है कि यदि कोरोना से बचना है तो शारीरिक दूरी बनाकर रहना होगा। बिना मास्क बाहर निकलने का मतलब खतरे को मोल लेना। जिन्होंने सावधानी नहीं बरती वे कोरोना की चपेट में आए। फिर चाहे जिला अस्पताल के डॉक्टर, नर्स व व्यापारी हों या बाहर से आए युवा।
55 घंटे विशेष प्रतिबंध के दौरान प्रशासन ने बाजारों को सैनिटाइज करा दिया। विकास भवन समेत सभी दफ्तरों को भी कोविड वायरस से मुक्त किया गया है। लेकिन बंदी से शासन ने साफ इशारा कर दिया कि कोरोना से बचना तो बाजार से लेकर दफ्तर व घर की चौखट तक सावधान रहना होगा। दुकानों से खरीदारी करते समय मास्क लगाने के साथ फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा।
इनकी भी सुनिए
परिवार की सुरक्षा के लिए मैं मास्क जरूर लगाता हूं। शहर से गांव जाने पर बिना हाथ धोए घर में नहीं घुसता। जूता चप्पल भी बाहर ही उतार देता हूं।
लालाराम, ग्रामीण सरकार को कुछ अंतराल पर बंदी करते रहना चाहिए। कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, ऐसे में मास्क व फिजिकल डिस्टेंस बेहद जरूरी है।
पियूष सेठ, लेखा सेवा कोरोना संक्रमण की वजह से घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। घर के सदस्यों के लिए खुद ही मास्क भी बना दिए हैं।
पूजा रस्तोगी, गृहिणी जान है तो जहान है। असावधानी पर कोरोना किसी को बख्शने वाला नहीं। बंदी हट भी जाए तो भी गाइड लाइन का पालन करना चाहिए।
दीक्षा सिंह, गृहिणी यह प्रकृति की इमरजेंसी है। इसमें सावधान रहने की जरूरत है। जरा सा चूके तो पछताना पड़ेगा। गाइड लाइन का पालन करें।
राजाराम मिश्रा, वरिष्ठ अधिवक्ता