देश में कमाल कर रहे स्काउट-गाइड जनक की धरा के लाल
शाहजहांपुर : रद्दी के अखबार से विश्व बंधुत्व व मानव सेवा का मंत्र ढूंढकर विश्व में भारत की श्
शाहजहांपुर : रद्दी के अखबार से विश्व बंधुत्व व मानव सेवा का मंत्र ढूंढकर विश्व में भारत की शान बढ़ाने वाले पंडित श्रीराम बाजपेयी की धरा के लाल ही नहीं बेटियां भी देश में कमाल कर रही हैं। क्रांति भूमि की आबोहवा में पले बढ़े नन्हें मुन्ने बच्चों की प्रतिभा को पारखी नजरों ने तराश कर जब आगे बढ़ाया तो वह देश में छा गए। हम बात कर रहे हैं शाहजहांपुर की बेसिक शिक्षा परिषद की स्काउट गाइड टीम की। 2006-07 से यहां की टीम प्रदेश स्तरीय रैली में लगातार प्रथम स्थान प्राप्त कर रही। गत वर्ष दिसंबर में मैसूर (कर्नाटक) में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के समक्ष आयोजित छह देशों के जंबूरी में शाहजहांपुर के स्काउट गाइड ने प्रतिभा प्रदर्शन कर पहला स्थान प्राप्त कर स्काउट गाइड जनक की माटी का नाम रोशन किया।
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से रोटी गोदाम स्कूल में स्काउट गाइड के संस्थापक पंडित श्रीराम बाजपेयी के प्रतिमा की स्थापना की गई है। प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक के बच्चों की स्काउट गाइड टीम बनाकर उन्हें हिमालयन वुड बैच प्रशिक्षित जिला गाइड कैप्टन द¨पदर कौर व जिला स्काउट मास्टर निकहत परवीन दक्ष बनाती है। 2006-07 से यहां की टीम प्रदेश स्तरीय रैली में प्रतिभाग कर लगातार प्रथम स्थान प्राप्त कर रही है। इस उपलब्धि के लिए कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। गत वर्ष दिसंबर के अंतिम सप्ताह में मैसूर में आयोजित जंबूरी में वर्मा, नेपाल श्रीलंका, भूटान तथा सउदिया की टीमों से कड़े मुकाबले में शाहजहांपुर की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त कर जनपद व देश का नाम रोशन करने के साथ स्काउट गाइड जनक की मातृ भूमि को गौरवान्वित किया।
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लगातार दस साल से प्रदेश में प्रथम स्थान, जनपद के साथ ही बेसिक शिक्षा परिवार के लिए गौरव की बात है। विभाग के प्रोत्साहन से ही यह संभव हुआ।
द¨पदर कौर जिला गाइड कैप्टन
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प्रतिभा की कमी नहीं, जरूरत उसे पहचान कर तराशने की है। शाहजहांपुर की माटी में कुछ खास है जो प्रदेश में एक दशक से प्रथम स्थान जिले को मिल रहा। गत वर्ष पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग का मौका मिला और पहला स्थान मिल गया।
- निकहत परवीन, जिला स्काउट मास्टर
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1913 में भारत में स्काउ¨टग दल की स्थापना
- 1916 में लड़कियों को गर्ल स्काउट का नाम देकर शामिल किया गया
- 1916 में डॉ. एनीबेसंट ने मद्रास में इंडियन ब्वायज स्काउट एसोसिएशन की नींव रखी।
- 1917 में पंडित मदन मोहन मालवीय, पंडित हृदयनाथ कुंजरू ने पंडित श्रीराम बाजपेयी की सहयोग से इलाहाबाद में अखिल भारतीय सेवा समिति ब्वॉयज स्काउट एसोसिएशन का गठन किया।
- 1952 - प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद द्वारा भारत स्काउट गाइड की अधिकृत रूप से स्थापना।
इस तरह भारत में आया स्काउट गाइड
अनेकता में एकता की विशेषता वाले संगठन स्काउट गाइड की भारत में स्थापना का श्रेय शाहजहांपुर के बहादुरगंज में 11 अगस्त 1980 में जन्में पंडित श्रीराम बाजपेयी को जाता है। बाजपेयी ने रद्दी के अखबार में स्काउट के बारे में पढ़ा। इसके बाद उन्होंने लार्ड पावेल की स्काउ¨टग फार ब्वॉयज किताब पढ़कर सेवा कार्य शुरू कर दिया। 1913 में शाहजहांपुर में संगठन बनाकर विधिवत कार्य शुरू किया। उनके इस प्रयास को विश्व में स्काउट गाइड जनक लार्ड पावेल ने भी सराहा और भारत में आकर स्काउट गाइड को बल प्रदान किया। 1952 में प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने पंडित श्रीराम बाजपेयी की मौजूदगी में अधिकृत रूप से भारत स्काउट गाइड की स्थापना कर दी।
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