धान खरीद : 168 केंद्रों पर नहीं हो सकी खरीद की बोहनी
दशहरा व नवरात्र के त्योहार में धान खरीद गत वर्ष से काफी पिछड़ गई। छह दिन के भीतर 171 क्रय केंद्रों में मात्र तीन केंद्रों पर ही धान की खरीद हो सकी।
- अवकाश के कारण बुधवार तक रहेगा 171 क्रय केंद्रों पर सन्नाटा
- आरएफसी, एसएफसी व पीसीयू के एक केंद्र पर का खरीद का श्रीगणेश
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : दशहरा व नवरात्र के त्योहार में धान खरीद गत वर्ष से काफी पिछड़ गई। छह दिन के भीतर 171 क्रय केंद्रों में मात्र तीन केंद्रों पर ही धान की खरीद हो सकी। वह भी 87 क्विंटल। जबकि गत वर्ष पांच अक्टूबर 122 क्विटल की धान खरीद का आंकड़ा प्राप्त किया गया था। 168 केंद्रों पर तो अभी धान खरीद का श्रीगणेश भी न हो सका। दशहरा अवकाश घोषित होने अगले तीन दिनों तक क्रय केंद्रों पर सन्नाटा रहेगा। हालांकि धान खरीद अधिकारी एडीएम वित्त एवं राजस्व अमर पाल सिंह को बुधवार से धान खरीद में गति की उम्मीद है। 64 केंद्र ज्यादा खरीद फिर भी कम
गत वर्ष जिले में 107 क्रय केंद्र खोले गए थे। पांच दिन के भीतर 122 क्विटल की धान खरीद हुई। खरीद कम होने पर ददरौल विधायक नाराज हुए थे। मामला शासन तक पहुंचा था। 20 से 25 फीसद तक नमी की वजह बताकर प्रशासन ने बचाव किया। इस बार भी नमी की समस्या है। लेकिन गत वर्ष के सापेक्ष खरीद काफी कम है। जबकि क्रय केंद्रों की संख्या 107 के सापेक्ष 171 है।
मंडी भी आवक गत वर्ष के सापेक्ष कम
गत वर्ष रोजा मंडी में 78133 क्विंटल धान की आवक हुई थी, इस वर्ष अभी तक 36566 क्विटल ही धान आया। इसी तरह पुवायां में 82022 क्विटल के सापेक्ष 9349 क्विटल तथा तिलहर मंडी में मात्र 4626 क्विटल धान की आवक हुई। मंडी में धान की तुलनात्मक आवक व नमी पर एक नजर
मंडी : आवक 2018 - आवक 2019 - नमी
रोजा, सदर : 78133 - 36566 - 22 से 24
पुवायां : 82022 - 9349 - 30 से 35
तिलहर : 5496 - 4626 - 22 से 25 मंडियां आने वाले धान में नमी 23 फीसद से अधिक है। जबकि सरकारी खरीद में नमी का मानक 17 फीसद है। जिस वजह से धान खरीद में दिक्कत आ रही है। दशहरा अवकाश के बाद धान खरीद में गति आएगी।
अमर पाल सिंह, धान खरीद अधिकारी व एडीएम वित्त एवं राजस्व