क्रासिग बंद होने से नाराज ग्रामीणों ने ट्रैक पर दिया धरना
रेलवे क्रासिग बंद होने से नाराज ग्रामीण इज्जतनगर मंडल के डीआरएम आशुतोष पंत के निरीक्षण से पहले रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने भी मौके पर समर्थन दिया। आरपीएफ व जीआरपी के जवानों की समझाने पर नहीं माने तो सीओ सदर ने वार्ता का आश्वासन दिया जिसके बाद प्रदर्शनकारी वहां से हटे।
जेएनएन, निगोही, शाहजहांपुर : रेलवे क्रासिग बंद होने से नाराज ग्रामीण इज्जतनगर मंडल के डीआरएम आशुतोष पंत के निरीक्षण से पहले रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने भी मौके पर समर्थन दिया। आरपीएफ व जीआरपी के जवानों की समझाने पर नहीं माने तो सीओ सदर ने वार्ता का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी वहां से हटे। डीआरएम को दिक्कतें बताते हुए निस्तारण की मांग की।
निगोही में इस समय रेलवे का अमान परिवर्तन का कार्य अंतिम चरण में है। निगोही से इनायतपुर, रुद्रपुर, हरकिशनपुर समेत लगभग नौ गांव को जाने वाली मानव रहित क्रासिग को बंद कर दिया गया है, जिस कारण इन ग्रामीणों को कस्बा जाने के लिए डगरा रेलवे फाटक से होकर पांच किमी. का अतिरिक्त फेर लेना पड़ता है। मंगलवार को डीआरएम के निगोही रेलवे स्टेशन पर आने की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो वे स्टेशन से काफी पहले रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। दोपहर एक बजे एक इंजन पीलीभीत की ओर से पहुंचा तो उसे वापस कर दिया। ट्रॉली से पहुंचे कर्मचारियों को भी नहीं जाने दिया। सीओ सदर महेंद्र पाल सिंह ने 20 ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीण वहां से हटे। शाम चार बजे पहुंचे डीआरएम से क्रासिग को खुलवाने या अंडरपास बनवाने की मांग की, जिस पर डीआरएम ने सात दिन का समय मांगा। इस दौरान प्रशांत वर्मा, सत्यपाल वर्मा, दाताराम, राकेश, राममूर्ति वर्मा, राजेश, सुंदरलाल कश्यप, मुनेंद्र अवस्थी, नरेंद्र, राजेंद्र प्रताप सिंह, कृष्णपाल सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, माधुरी कुशवाहा आदि मौजूद रहे।