प्रधानाध्यापिकाकी संदिग्ध हालात में मौत, सात पर मुकदमा
परिषदीय स्कूल की प्रधानाध्यापिका की संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
जेएनएन, शाहजहांपुर : परिषदीय स्कूल की प्रधानाध्यापिका की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। वह किराये पर कमरा लेकर रहती थीं। उनका शव फंदे पर लटका मिला। मायके वालों ने देर शाम ससुरालियों पर बेटी को दहेज लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उन्होंने दी तहरीर में बताया कि इसी तनाव में आकर बेटी ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने पति समेत सात लोगों पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि कमरे से मिले सुसाइड नोट में महिला ने आत्महत्या करने की बात लिखी है।
कासगंज जिले की कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला नवाब ठंडी सड़क निवासी अब्दुल हक क्षेत्र के एक कॉलेज में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। उनकी 30 वर्षीय पत्नी नाजमा खातून शाहजहांपुर के ददरौल ब्लाक में गांव खिरिया खुर्द के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका के पद पर तैनात थीं। वह थाना सदर बाजार क्षेत्र के मुहल्ला दिलाजाक निवासी डॉ. जावेद के घर में दूसरी मंजिल पर किराये पर एक कमरे में रहती थीं। उनके पड़ोस के कमरे में फरहद नाम की शिक्षिका भी किराये पर रहती हैं। गुरुवार सुबह साढ़े सात बजे तक जब नाजमा ने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो फरहद ने उन्हें कमरे के बाहर से आवाज लगायी। जिस पर नाजमा ने कहा कि वह कुछ देर में उठेंगी। जब साढ़े साढ़े आठ बजे तक वह कमरे से बाहर नहीं आईं तो फरहद ने उनको फिर से आवाज लगाई। कोई जवाब नहीं आया तो फरहद ने दरवाजे को धक्का दिया तो वह खुल गया। अंदर नाजमा का शव पंखे पर फंदे से लटक रहा था। फरहद की चीख सुनकर मकान में रह रहे अन्य किरायेदार वहां आ गये। मकान मालिक जावेद भी सूचना पर पहुंच गये। महिला पुलिस कर्मियों की मदद से शव को फंदे से उतारा गया। शाम करीब चार बजे मृतका के पति और परिजन मौके पर पहुंचे।
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बीमारी के बाद आ गईं थी डिप्रेशन में
मृतका के पति अब्दुल हक ने बताया कि करीब पांच साल पहले उनकी शादी जिला जेपी नगर के थाना नौगवां सादात क्षेत्र के मुबारक कलां निवासी नाजमा से शादी हुई थी। शादी के बाद नाजमा ने एक बेटे को जन्म दिया था। जिसकी जन्म के बाद पांच माह की उम्र में बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद से नाजमा काफी दुखी रहने लगी थीं। ढाई साल पहले उनकी शिक्षा विभाग में नियुक्ति हुई। तब वह शाहजहांपुर में किराए पर रहती थीं। छह माह पहले नाजमा डेंगू की चपेट में आ गई थीं। इसके बाद से वह डिप्रेशन में रहने लगी थीं। उनको इलाज अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज से चल रहा था। रविवार को अब्दुल हक शाहजहांपुर आए थे। दो दिन यहां नाजमा के पास रुकने के बाद चले गए थे। अब्दुल ने बताया कि तब नाजमा ठीक थीं। वह रोजाना दिन में तीन चार बार फोन करके नाजमा का हालचाल पूछते थे। सुसाइड नोट मिला
नाजमा के कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि वह अपनी मर्जी से जान दे रही हैं। इसके लिए किसी को परेशान न किया जाए। वहीं मृतका के भाई सुहेल की ओर पुलिस ने नाजमा के पति अब्दुल हक समेत सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखी है।