अफगानिस्तान गई पोलियो खुराक, सूबे में टला अभियान
पोलियो मुक्त हुए देश को महज दो वर्ष ही हुए हैं।
शाहजहांपुर : पोलियो मुक्त हुए देश को महज दो वर्ष ही हुए हैं। खतरे की जद से बाहर आने चुके हैं, संक्रमण का संकट बरकरार है। इससे भी निजात के लिए हर माह पोलियो अभियान चलाया जाता है, लेकिन जुलाई में शाहजहांपुर सहित पूरे प्रदेश में पोलियो की वायल ही न आने से अभियान नहीं हो सका। जो कारण पता चला वह चौंकाने और आगाह करने वाला है। पड़ोसी देश अफगानिस्तान और पाकिस्तान में पोलियो कन्फर्म मरीजों मिलने से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वहां सघन अभियान चलाने के चलते भारत की वायल आपूर्ति में कटौती कर दी।
अफगानिस्तान में मिले हैं 11 केस
भारत को डब्ल्यूएचओ ने 24 अप्रैल 2016 को पोलियो मुक्त घोषित किया जा चुका है। लेकिन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो वायरस का हमला जारी है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक हाल ही में अफगानिस्तान में एक साथ 11 बच्चों के पोलियोग्रस्त पाए जाने की पुष्टि हुई। भारत से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन तक सतर्क हो गए। संगठन ने सभी संसाधनों के साथ प्रभावी रोकथाम के लिए अपनी टीमें और संसाधन अफगानिस्तान में भेजे हैं।
जिले में संक्रमण का ज्यादा खतरा
पोलियो का संक्रमण ज्यादातार पानी की वजह से होता है। अपना जिला चारों तरफ नदियों से घिरा हुआ है। ऐसे में पोलियो का होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। बारिश और बाढ़ के मौसम में संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। जिले में आखिरी केस 11 अप्रैल 2017 को कांट क्षेत्र के सैदाबाद गांव में मिला था।
अब अगस्त में चलेगा अभियान
जुलाई में वॉयल न मिलने से स्कूलों और अस्पतालों में अभियान नहीं चला। अब पांच अगस्त को पोलियो अभियान चलेगा। - पिछले अभियान 1.32 लाख बच्चों का रखा गया था लक्ष्य
- एक वैक्सीन में 17 बच्चों को पिलाई जाती है वैक्सीन
- पांच अगस्त से चलेगा फिर से पोलियो अभियान वर्जन-
पोलियो अभियान की जुलाई में कोई तारीख नहीं आई थी। पांच अगस्त से पोलियो अभियान चलाया जाएगा। इस बात की जानकारी नहीं कि अफगानिस्तान में पोलियो केस मिलने की वजह से जुलाई माह में पोलियो अभियान नहीं चलाया गया।
- डॉ. आरपी रावत, सीएमओ