जाम से जूझे राहगीर, 25 किमी का लगाना पड़ा चक्कर
हुलासनगरा रेलवे क्रॉसिग पर दूसरे दिन भी ट्रैक मेंटीनेंस के कार्यों को पूरा कराया गया। इस वजह से ट्रैफिक को डायवर्ट करना पड़ा। ऐसे में मीरानपुर कटरा जैतीपुर जलालाबाद आदि मार्गों पर जाम की समस्या का सामना करना पड़ा।
जेएनएन, शाहजहांपुर : हुलासनगरा रेलवे क्रॉसिग पर दूसरे दिन भी ट्रैक मेंटीनेंस के कार्यों को पूरा कराया गया। इस वजह से ट्रैफिक को डायवर्ट करना पड़ा। ऐसे में मीरानपुर कटरा, जैतीपुर, जलालाबाद आदि मार्गों पर जाम की समस्या का सामना करना पड़ा। ट्रैफिक डायवर्ट होने की वजह से राहगीरों को 25 किमी का अतिरिक्त चक्कर भी लगाना पड़ा। इससे जहां लोगों का समय बर्बाद हुआ, वहीं ज्यादा ईधन भी खर्च हुआ।
दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर मीरानपुर कटरा के हुलासनगरा रेलवे क्रॉसिग पर रविवार से ट्रैक मेंटीनेंस के कार्यों को पूरा कराया जा रहा है। ऐसे में दो जून तक के लिए ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है। सोमवार सुबह से ही कर्मचारी अधूरे कार्यों को पूरा करने में जुट गए। रेलवे क्रॉसिग पर स्लीपर के नीचे पत्थरों की पैकिग, प्वाइंट ठीक करने व अन्य छिटपुट कार्यों को पूरा कराया जा रहा है, ताकि पूरी तरह से जब रेल संचालन शुरू हो तो दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
भराए जा रहे गड्ढे
हुलासनगरा रेलवे क्रॉसिग पर गड्ढे होने की वजह से आएदिन वाहन इसमें फंस जाते थे। ऐसे में जाम लगने के साथ-साथ रेल संचालन भी प्रभावित हो रहा था। पिछले सप्ताह भी चार दिन यहां जाम लगा था।
जैतीपुर में हुई सबसे ज्यादा दिक्कत
रूट डायवर्ट होने की वजह से जैतीपुर कस्बे में सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। दरअसल यहां प्रमुख मार्गों पर भी जगह-जगह गड्ढे हैं। जिस वजह से बड़े वाहन आने पर बाइक व अन्य वाहनों को निकलने में दिक्कतें हो रही थीं। जिस वजह से दिन में कई बार जाम की समस्या हुई।
कहां से डायवर्ट हुए वाहन
- फतेहगंज से भारी वाहनों को खेड़ा बझेड़ा मार्ग से निकाला गया।
- बाइक, पिकअप, मैजिक, कार आदि हल्के वाहनों को कटरा के मुख्य चौराहे से कसरक जाने वाले मार्ग पर डायवर्ट किया गया।
- बरेली मोड़ से जलालाबाद, गढि़या रंगीन होते हुए भारी वाहनों को बरेली के लिए निकाला गया।
वर्जन
हर मार्ग पर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी ताकि जाम की समस्या न रहे। कस्बे में भी सड़क के किनारे लगाए ठेले हटवाए गए हैं, जिससे पैदल जाने वाले लोगों को भी परेशान न होना पड़े।
- परमानंद पांडेय, सीओ तिलहर