मरीजों की भरमार, बेड के लिए गिड़गिड़ा रहे तीमारदार
जिला अस्पताल के सभी बेड मरीजों से भरे हुए हैं। मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
जेएनएन, शाहजहांपुर: जिला अस्पताल के सभी बेड मरीजों से भरे हुए हैं। मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बड़ी संख्या में मरीजों को ट्रामा सेंटर में स्ट्रेचर, स्लैब पर लेटकर इलाज कराना पड़ रहा है। 20 से 25 मरीज बेड के लिए ट्रामा सेंटर में अपनी बारी का इंतजार करते हैं। तीमारदार बेड के लिए स्टाफ से गिड़गिड़ाते हुए भी नजर आते हैं।
संक्रमण रोगों के फैलने की वजह से मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। इसमें वायरल, डायरिया, मलेरिया और पेट से संबंधित बीमारियों के मरीज शामिल हैं। मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से अस्पताल के सभी बेड फुल हो गए हैं। ट्रामा सेंटर में मरीजों की भरमार है। मरीजों को जहां जगह मिल रही है वहीं लेट जा रहे हैं। संख्या अधिक होने की वजह से गैलरी में सीट डालकर मरीजों को लिटाया जा रहा है। दर्द से मरीज तड़पते हुए नजर आ रहे हैं।
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बेड के लिए होती है नोकझोंक
जब मरीज 12-12 घंटे तक ट्रामा सेंटर में स्ट्रेचर पर पड़ा रहता है तो तीमारदारों के सब्र का बांध टूट जाता है। बेड के लिए उनकी ट्रामा सेंटर के स्टाफ से नोकझोंक हो जाती है।
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फैक्ट फाइल
कुल 300 बेड हैं, जिनमें महिला अस्पताल के सौ बेड शामिल
- 50 बेड का खुला नया ईएनटी और हड्डी वार्ड
- रोजाना औसतन 100 मरीज होते हैं भर्ती
- 30 से 40 मरीजों को दी जाती है छुट्टी
- 1500 से 2000 बीच होती है ओपीडी
- 20 से 25 मरीजों को नहीं मिल पाते बेड
- 10 से 15 मरीज किए जाते हैं रेफर
- 40 से 50 मरीज सीएचसी और पीएचसी से आते हैं वर्जन: बेड की समस्या दूर करने के लिए जिला अस्पताल प्रशासन से बात करके अतिरिक्त बेड डलवाने की व्यवस्था की जाएगी। जिससे मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो।
डॉ. आरपी रावत, सीएमओ
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