बंदरों के आतंक से निजात दिला दो कप्तान साहब
सेामवार को सिसौआ पहुंचे पुलिस अधीक्षक को बंदरों के आंतक की समस्या से सामना करना पड़ा।
शाहजहांपुर : सेामवार को सिसौआ पहुंचे पुलिस अधीक्षक को बंदरों के आंतक की समस्या से सामना करना पड़ा। ग्रामीण बोले साहब मुस्लिम बाहुल्य होने के बावजूद गांव में सौहार्द है, लेकिन बंदरों के आतंक से सभी परेशान है। छुट्टा गाय हो रहे रहे नुकसान का भी दुखड़ा सुनाया। एसपी ने डीएफओ से वार्ता कर बंदरों की समस्या से छुटकारा दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान महिलाओं ने पेंशन की मांग की भी मांग की।
पुलिस अधीक्षक डा. एस चिनप्पा सोमवार को अपराह्न सिसौआ पहुंचे। उनके साथ एएसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी भी थे। प्राथमिक विद्यालय में चौपाल के दौरान एसपी ने ग्राम प्रधान नसरीन बेगम व तशरीफ खां समेत ग्रामीणों से कानून व्यवस्था व सौहार्द की जानकारी ली। शस्त्र लाइसेंस की संख्या कारतूसों के प्रयोग तथा हर्ष फाय¨रग आदि की जानकारी ली। प्रभारी निरीक्षक डीसी शर्मा से क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर का ब्योरा मांगा। एसपी ने शस्त्र लाइसेंस धारकों को कारतूसों का रिकार्ड रखने के सुझाव के साथ इंसपेक्ट को कारतूस चेक करने के निर्देश दिए। करीब 40 मिनट गांव में रुके एसपी से
श्रीदेवी, जमीला, नादिरा, भगवत्ता, जायसा, शमशीदा, मालती, शांती ने विधवा पेंशन की मांग की। कई ग्रामीणों ने बंदरो के आंतक तथा छुट्टा गोवंश की समस्या बताई। एसपी ने बताया गौशाला निर्माण से छुट्टा गाय से होने वाले नुकसान की समस्या दूर हो जाएगी। बंदरों को पकड़वाने के लिए वन विभाग को लिखा जाएगा। इस दौरान उन्होंने
सुरक्षा समिति सदस्यों की जानकारी ली। बैठक में कोटेदार रामकुमार ¨सह, शरीफ खां, श्रीकृष्ण, वीरेंद्र गुप्ता, हरीराम कठेरिया समेत चौकी प्रभारी विनोद ¨सह भदौरिया हल्का दारोगा दिलीप ¨सह भी मौजूद रहे।