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बलिदानी को भूल गए अधिकारी- जनप्रतिनिधि, पूर्व सैनिकों ने किया नमन

अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों को नहीं फुर्सत पूर्व सैनिकों ने किया बलिदानी को नमन

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jul 2022 11:44 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jul 2022 11:44 PM (IST)
बलिदानी को भूल गए अधिकारी- जनप्रतिनिधि, पूर्व सैनिकों ने किया नमन
बलिदानी को भूल गए अधिकारी- जनप्रतिनिधि, पूर्व सैनिकों ने किया नमन

बलिदानी को भूल गए अधिकारी- जनप्रतिनिधि, पूर्व सैनिकों ने किया नमन

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जेएनएन, शाहजहांपुर : कारगिल दिवस पर बलिदानी रमेश चंद्र का भावपूर्ण स्मरण किया गया। शिक्षण संस्थानों में गोष्ठियां हुईं, लेकिन उनके पैतृक गांव में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को जाने की फुर्सत तक नहीं मिली। पूर्व सैनिकों ने जरूर बलिदानी का मान रखा। उनके गांव पहुंचकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनकी मां का सम्मान किया। मदनापुर क्षेत्र के गांव काबिलपुर निवासी चतुरीलाल व सुशीला देवी के बेटे रमेश 12 जून 1999 को कारगिल में युद्ध के दौरान देश की रक्षा में बलिदान हो गए थे। रमेश के बलिदान के बाद उनके परिवार को पेट्रोल पंप व अन्य सरकारी सहायता दी गईं। गांव में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई। गांव का नाम रमेश के नाम पर करने का वादा भी किया गया था, लेकिन कुछ दिन बाद सबकुछ भुला दिया गया। कुछ वर्षों तक उनके बलिदान दिवस व विजय दिवस पर अधिकारी व नेता यहां आते रहे, लेकिन अब किसी के पास फुर्सत नहीं है। मंगलवार को जिला सैनिक कल्याण अधिकारी दिनेश मिश्र ने पूर्व सैनिकों के साथ गांव पहुंच कर बलिदानी रमेश की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनकी मां सुशीला देवी को सम्मानित किया। ग्राम प्रधान रणंजय यादव व अन्य ग्रामीणों ने गांव में बने उनके स्मारक स्थल पहुंचकर शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। इस दौरान जिला पूर्व सैनिक कल्याण समिति के अध्यक्ष सूबेदार मेजर एमएम वर्मा, सूबेदार मेजर दिनेश अवस्थी, रमेश दीक्षित, अमर सिंह, आरएस यादव, रनवीर सिंह, राजवीर सिंह आदि पूर्व सैनिक मौजूद रहे। कानूनगो व लेखपाल को भेजकर औपरचारिकता विजय दिवस पर कारगिल बलिदानी के गांव न जाने के संबंध में जब विधायक सलोना कुशवाहा से पूछा तो उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। एसडीएम तिलहर तृप्ति गुप्ता बोलीं, वह गांव नहीं गईं। वहां कौन गया इस बारे में पूछकर बता सकती हैं। तहसीलदार ज्ञानेंद्र नाथ ने बताया कि तहसील प्रशासन की ओर से कानूनगो श्रीकांत दीक्षित, लेखपाल शिवाजी यादव को गांव भेज दिया था। रमेश की पत्नी को किया सम्मानित लद्दाख एवं जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र की ओर से नगर के प्रेम किशन खन्ना डिग्री कालेज में कारगिल विजय दिवस मनाया गया। बलिदानी रमेश चंद्र की पत्नी सुनीता देवी को प्राचार्य डा. राजकुमार सिंह ने सम्मानित किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ईशपाल सिंह ने बलिदानी रमेश के जीवन के बारे में बताया। केंद्र के संयोजक डा. आलोक कुमार सिंह, डा. श्रीकृष्ण सिंह ने जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान डा. श्रीकृष्ण यादव, मुस्कान सिंह, डा. अरविंद कुमार, डा. अवधेश कुमार, अनिल सिंह, आकाश कुमार आदि मौजूद रहे। क्षेत्र के हथौड़ा गांव स्थित ग्लेरिंग पब्लिक स्कूल में छात्र-छात्राओं ने कारगिल विजय दिवस पर देश के बलिदानियों को नमन किया। नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया। चंद्र प्रकाश शुक्ला, अतुल सिंह आदि मौजूद रहे।


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