शिक्षकों की कुंडली से तय होगा भविष्य
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के अनामिका प्रकरण के बाद बेसिक शिक्षा परिषद में बीटीसी विशिष्ट बीटीसी के तहत नियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख समेत विवरण की जांच शुरू हो गई है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के अनामिका प्रकरण के बाद बेसिक शिक्षा परिषद में बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी के तहत नियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख समेत विवरण की जांच शुरू हो गई है। शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख के साथ उनके पता समेत पूरा ब्योरा जुटाकार खामियों को खंगाला जा रहा है। एडीएम की अध्यक्षता में गठित समिति निगरानी कर रही है। वहीं, कस्तूरबा शिक्षिकाओं का दो चरणों में सत्यापन हो चुका है। आधार नंबर में दर्ज मोबाइल नंबर के ओटीपी जांच में कई शिक्षिकाओं का सत्यापन अभी लटका है।
154 शिक्षक निशाने पर
प्रथम चरण में शैक्षिक अभिलेखों की द्वितीय प्रति से नौकरी करने वाले 154 शिक्षकों को जांच में शामिल किया गया है। दो दिन में जांच पूरी होने की उम्मीद है। 2010 के बाद नियुक्त शिक्षक चिह्नित
बीटीसी प्रमाण पत्र में बर्खास्त जिले के 42 शिक्षकों में अधिकांश 2010 के बाद के हैं। इसलिए बीएसए ने इन शिक्षकों की जांच को प्राथमिकता में रखा है। 2010 से 2020 तक कंरीब चार हजार शिक्षक नियुक्त हुए हैं। इनकी जांच के बाद अन्य शिक्षकों, अनुदेशकों की जांच की जाएगी। शिक्षकों की जांच शुरू हो गई है। प्रथम चरण में शैक्षिक अभिलेख की द्वितीय प्रति से सेवा करने वाले शिक्षकों की जांच होगी। इसके बाद 2010 के बाद नियुक्ति शिक्षकों व अनुदेशकों की जांच की जाएगी। बाद में सभी शिक्षकों की जांच होगी।
राकेश कुमार, बीएसए