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कैसी व्यवस्था न बेड न स्टॉफ, जमीन पर इलाज?

जान लेवा हो रहे बुखार ने सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 12:13 AM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 12:13 AM (IST)
कैसी व्यवस्था न बेड न स्टॉफ, जमीन पर इलाज?
कैसी व्यवस्था न बेड न स्टॉफ, जमीन पर इलाज?

शाहजहांपुर: जान लेवा हो रहे बुखार ने सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बुखार के कारण अस्पताल प्रशासन की पोल खुल गई। वहीं रोगियों बेहतर स्वास्थ्य का दावा करने वाले शासन पर भी सवालिया निशान लग गए हैं। जिला अस्पताल में बेड और स्टॉफ की कमी रोगियों की जिंदगी पर भारी पड़ रही है। स्थिति यह है कि अस्पताल में न तो वार्ड खाली हैं और न ही बेड। मजबूरन रोगी जमीन पर इलाज करा रहे हैं।

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जिला अस्पताल स्टॉफ की कमी से जूझ रहा है। इसके बाद भी अस्पताल का स्टॉफ पूरी शिद्दत से रोगियों का इलाज करने में जुटा है। लेकिन इलाज में संसाधनों की कमी बाधा बन कर रह गई। जिला अस्पताल में गुरुवार की रात 104 रोगी भर्ती किए इनमें से 70 प्रतिशत मरीज बुखार है। जबकि 30 प्रतिशत डायरिया और पेट दर्द के मरीज शामिल हैं। बाकी बचे मरीजों में घायलों और अन्य बीमारियों के हैं। मरीजों को घंटों बेड के लिये इंतजार करना पड़ता है। अतिरिक्त बेड भी लगातार फुल चल रहे हैं। इसी वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। --

ब्लड बैंक पूरी तरह से तैयार

बुखार के प्रकोप को देखते हुये ब्लड बैंक स्टाफ ने पूरी तैयारी कर रखी है। ब्लड बैंक में सभी ग्रुप उपलब्ध हैं।

- 130 यूनिट खून उपलब्ध जिसमें सभी ग्रुप शामिल हैं

- 90 प्लेटलेट्स तैयार

- 430 प्लाजमा तैयार

- 15 से 20 यूनिट खून हो रही मांग

- चार से पांच प्लेटलेट्स की मांग

ब्लड बैंक में सभी ग्रुप उपलब्ध है। बुखार को देखते हुये प्लेटलेट्स और प्लाजमा तैयार करके रख लिया गया है। किसी भी स्थिति ने निपटने के लिये ब्लड बैंक तैयार है।

डॉ. शबाहत हुसैन, ब्लड बैंक प्रभारी


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