खुले आसमान के नीचे नहीं कटेगी पूस की रात
सोचिए गर्म कपड़ों व लिहाफ के बाद भी बंद कमरों में जब ठंड से हमारी कंपकंपी छूटती है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : सोचिए गर्म कपड़ों व लिहाफ के बाद भी बंद कमरों में जब ठंड से हमारी कंपकंपी छूटती है। ऐसी सर्द रातों में कई लोग खुले आसमान के नीचे आग के सहारे रात काटने को मजबूर होते हैं। कई बार ठंड जानलेवा भी हो जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। सर्दी से होने वाली मौतों को लेकर प्रशासन गंभीर हो गया है। डीएम अमृत त्रिपाठी के निर्देश पर नगर आयुक्त विद्याशंकर ¨सह ने शहर को दस सेक्टरों में बांट दिया है। इन सेक्टरों में पांच जूनियर इंजीनियरों को तैनात किया गया है। ये जूनियर इंजीनियर शाम छह से रात 12 बजे तक अपने-अपने सेक्टरों में नियमित भ्रमण करेंगे। इस दौरान जो भी व्यक्ति सड़क किनारे फुटपाथ पर मिलेगा उसे रैन बसेरा तक पहुंचाएंगे। सिर्फ इतना ही नहीं ठंड से बचाव के लिए उसकी हरसंभव मदद भी करेंगे। जेई बनवा सकेंगे अस्थाई रैन बसेरा
अभी तक शहर के टाउनहाल में ही रैन बसेरा बना है। लेकिन प्रशासन ने अब अस्थाई रैन बसेरा बनाने का भी निर्णय लिया है। जिन अधिकारियों की सेक्टरों में ड्यूटी लगाई है वह पहले चिन्हित करेंगे कि कहां पर ऐसे लोग अधिक में हैं, जिनके पास कोई आश्रय नहीं है। वहां अस्थाई रैन बसेरा बनवाने के साथ ही रजाई, गद्दे के साथ ही प्रकाश व्यवस्था भी करायी जाएगी।
इनको दी जिम्मेदारी
अवर अभियंता महेश चंद्र शुक्ला टाउनहाल से स्टेशन व निगोही रोड, विक्रमाजीत यादव लोदीपुर, हथौड़ा, इमली रोड, एसपी ¨सह सुभाषनगर, अजीजगंज से बरेली मोड़, मनोज कुमार सदर बाजार, बहादुरगंज, घंटाघर, अंटा चौराहा, केरूगंज, की जिम्मेदारी संभालेंगे। सूरज प्रजापति को पुत्तू लाल चौराहा, विसरात रोड आदि स्थानों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस दौरान अतिक्रमणकारियों को भी चिन्हित किया जाएगा। उनसे जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। सभी जेई को ड्यूटी दे दी गई है। अगर किसी के क्षेत्र में ठंड से मौत होती है तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित जेई की होगी। मैं स्वयं मॉनीट¨रग करुंगा।
विद्याशंकर ¨सह, नगर आयुक्त