शिक्षण संस्थाओं में मनाई मौलाना अबुल कलाम की जयंती
भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर :
भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान शिक्षण संस्थाओं में गोष्ठी हुई। वक्तओं ने शिक्षा को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया।
जीएफ कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. जमील अहमद ने कहा कि मौलाना आजाद ने न सिर्फ पत्रकारिता बल्कि शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में क्रांतिकारी योगदान दिया।
अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. अब्दुल मोमिन, डॉ. सैयद मोहम्मद नोमान, डॉ. फैयाज अहमद, उर्दू के विभागाध्यक्ष डॉ. तजम्मुल हुसैन, डॉ. रईस, डॉ. स्वप्निल यादव आदि मौजूद रहे।
मुहल्ला बिजलीपुरा स्थित मदरसा नूरूल हुदा में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें खिताब करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष सरताज अली, प्रधानाचार्य इकबाल हुसैन उर्फ फूल मियां, जुबैर आलम ने कहा कि महापुरूषों की जयंती से हमें सीख मिलती है कि हम उनके देखे हुए ख्वाब को पूरा करें। इस मौके पर इजहार हसन, शारिक, ममनून, साजिद, उजमा, रेहाना, चमन, सलमान आदि मौजूद रहे। वहीं मुहल्ला महमंद स्थित केजीएन एजूकेशनल सोसाइटी के कार्यालय पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। अध्यक्ष जान मोहम्मद खां, नेहा खान, बुशरा, असमी, खालिस्ता, अरशद, शमसुददीन, अफजल, फरमान, अर्शी, निशा, हुदा आदि मौजूद रहे। मौलाना अबुल कलाम को किया याद
जासं, शाहजहांपुर : श्री सत्यपाल ¨सह महाविद्यालय में भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया। कार्यवाहक प्राचार्य डा. दिलीप वर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा दिवस को मनाने का उद्देश्य शैक्षिक संस्थानों को मजबूत करना एवं शिक्षा की गुणवत्ता को अधिक ऊंचाई तक बढ़ाने के लिए होना चाहिए। प्रशासनिक निदेशक मोईन सफदर खां ने कहा कि एक समृद्ध समाज के लिए शिक्षित होना जरूरी है। कार्यक्रम में डा. नेहा राठौर, डा. प्रतिज्ञा मिश्रा, डा. जावेद खां, रेखा दीक्षित, माजिद खां, जाने आलम खां, क्षमा त्रिवेदी, प्रज्ञा यादव, अवनीश, रिजवान आदि मौजूद रहे।