टीम ने चीनी मिल पहुंचकर की जांच
चीनी मिल में मुख्य लेखाकार से अधिकारियों के हुए विवाद का लखनऊ मुख्यालय से संज्ञान लिया गया।
जेएनएन, शाहजहांपुर :पांच माह का बकाया वेतन मांगने के दौरान चीनी मिल में मुख्य लेखाकार से अधिकारियों के हुए विवाद का लखनऊ मुख्यालय से संज्ञान लिया गया। वहां से दो अधिकारियों की टीम यहां पहुंची। मिल के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को पिछले पांच माह से वेतन भुगतान नहीं हुआ है। जिसको लेकर 12 अप्रैल को मुख्यालय ने एक करोड़ रुपये वेतन प्रदान करने के लिए उपलब्ध कराये थे। जब कुछ अधिकारी लेखाकार के कार्यालय में वेतन मांगने पहुंचे तो उनका विवाद हो गया। घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रबंध निदेशक ने मुख्यालय से प्रधान प्रबंधक लालता प्रसाद सोनकर तथा प्रशासनिक अधिकारी आलोक चौधरी को जांच के लिए भेजा।
-----------------
श्रम कल्याण अधिकारी देवेंद्र सिंह का आरोप है कि लेखाकार कर्मचारियों के वेतन से पिछले वर्षों से जो पीएफ काट रहे हैं उसे खाते में जमा नहीं कर रहे हैं। अधिकारियों को वेतन देने के बजाय उनसे अभद्रता की जाती है, जबकि चीनी मिल के ठेकेदारों को अग्रिम भुगतान कर दिया जाता है।
-------------
लेखाकार गोपाल सिंह ने बताया चीनी मिल को एक करोड़ रुपये वेतन के लिए प्राप्त हुआ था जिसमें से सबसे पहले कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया गया। अधिकारियों को भी एक महीने का वेतन प्रदान कर दिया गया है, लेकिन कुछ अधिकारी कर्मचारियों को भड़काकर अनावश्यक विवाद पैदा कर रहे हैं।
-------------
जांच अधिकारियों की माने तो चीनी व शीरे का मूल्य अत्यधिक कम होने के कारण इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है। दोनों ही पक्ष आपस में विवाद करने के बजाय आपसी सामंजस्य एवं टीम भावना से काम करें। तभी चीनी मिल व किसानों का उद्धार हो सकता है। पूरी जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।