अतिक्रमण पर गरजी जेसीबी, व्यापारियों से झड़प
नगर निगम प्रशासन ने अतिक्रमण विरोधी अभियान की शुरूआत कर दी है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : नगर निगम प्रशासन ने अतिक्रमण विरोधी अभियान की शुरूआत कर दी है। पहले दिन साउथ सिटी से अजीजगंज चौकी तक अतिक्रमण हटवाया गया। अधिकारियों से व्यापारियों की नोकझोंक भी हुई लेकिन अफसरों की सख्ती के आगे वह बैकफुट पर आ गए। डीएम इंद्र विक्रम सिंह व एसपी एस चिनप्पा ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति देखी।
दैनिक जागरण ने शहर की यातायात व्यवस्था के सुधार को लगातार खबरें प्रकाशित की। जिसका कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना व डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने संज्ञान लिया था। नगर आयुक्त विद्याशंकर सिंह ने शहर को 13 हिस्सों में बांटकर पर्यवेक्षण अधिकारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम गठित की थी। अतिक्रमण हटाने की हिदायत दी गई थी। मंगलवार को नगर आयुक्त विद्याशंकर सिंह, एडीएम प्रशासन रामसेवक द्विवेदी, नगर मजिस्ट्रेट विनीता सिंह, सीओ सिटी कुलदीप कुमार गुनावत टीम के साथ साउथ सिटी पहुंच गए। यहां से नगर निगम के कर्मचारियों ने जेसीबी से अतिक्रमण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। कुछ व्यापारियों ने पक्षपात का आरोप लगाते विरोध भी जताया। लेकिन अधिकारियों की सख्ती के आगे किसी की नहीं चली।
डीएम-एसपी ने दिए दिशा-निर्देश
संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचने से पहले डीएम इंद्र विक्रम सिंह व एसपी एस चिनप्पा भी बरेली मोड़ पहुंच गए। उन्होंने एडीएम प्रशासन व नगर आयुक्त से पूरी स्थिति के बारे में जानकारी ली। निर्देश दिए कि बिना पक्षपात के अभियान चलाया जाए। विरोध करने पर सख्त कार्रवाई की जाए।
कई बार हुई नोकझोंक
बरेली मोड़ के पास नगर निगम की टीम ने कई बार अतिक्रमणकारियों को चेताया जा चुका था। लेकिन उसके बाद भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। नगर आयुक्त ने सड़क की नाप कराकर नाली से नाली तक का अतिक्रमण ध्वस्त करा दिया। इस दौरान कई बार व्यापारियों की नोकझोंक हुई। -------
डिवाइडर भी तुड़वाया
सदर थाने के सामने बने डिवाइडर को भी नगर निगम प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया। इसे कुछ साल पहले ही नगर निगम प्रशासन ने बनवाया था। लेकिन चौराहे के पास जगह अधिक गिरने की वजह से इसे तुड़वा दिया गया। प्रदूषण के दौरान चला अभियान
इन दिनों प्रदूषण को लेकर स्थिति गंभीर बनी हुई है। लेकिन उसके बाद भी अभियान चलने से लोगों में नाराजगी है। लोगों ने कहा कि यदि अतिक्रमण को हटाना ही है तो कुछ दिन और इंतजार कर लिया जाता ताकि प्रदूषण को लेकर गंभीर बनी स्थिति भी सामान्य हो जाती।